Etah News: जलेसर के प्रोफेसर दम्पति इंडोनेशिया में वैश्विक स्तर पर बजायेंगे भारतीय संस्कृति का डंका
Etah News: इंडोनेशिया व वियतनाम में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी में रखेंगे श्रीराम और भारतीय संस्कृति का पक्ष ।
Etah News: जलेसर नगर स्थित राजकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ ओमकार इंडोनेशिया में आयोजित अंतरराष्ट्रीय शोध संगोष्ठी में प्रतिभा करने जा रहे हैं। सामाजिक एवं सांस्कृतिक जीवन में राम एवं भारतीय सँस्कृति विषय पर आयोजित होने वाली इस सेमिनार में प्रोफेसर ओमकार सिंह की प्रोफेसर पत्नी डॉ नीलम भी प्रतिभाग करेंगी। इसके साथ ही यह प्रोफेसर दंपत्ति वियतनाम में होने वाले पुस्तक विमोचन एवं काव्यपाठ कार्यक्रमों में भी शिरकत करेंगे।
राम और भारतीय संस्कृति विषय पर एक संगोष्ठी
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ ओमकार सिंह ने बताया कि आगामी 14 -15 जून को इंडोनेशिया के द्वीप बाली में स्थित आई गुश्ती हिंदू सुग्रीव यूनिवर्सिटी देनपसार में सामाजिक एवं सांस्कृतिक जीवन में राम और भारतीय संस्कृति विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें वह अपना शोध पत्र इंडोनेशियाई संस्कृति में बौद्ध धर्म की अवधारणा विषय पर वाचन करेंगे, साथ ही उनकी पत्नी डॉक्टर नीलम विभाग अध्यक्ष संस्कृत विभाग बीडीएम कन्या स्नातकोतरा महाविद्यालय शिकोहाबाद भी संगोष्ठी में प्रतिभाग करेंगी।
उनकी पत्नी के शोध पत्र का विषय- वैश्विक परिप्रेक्ष्य में भारतीय संस्कृति है। यह शैक्षणिक यात्रा 09 दिवसीय है। जिसमें 13 से 18 जून तक वह और उनकी पत्नी वाली में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में प्रतिभाग करेंगे। और फिर 19 से 21 जून तक वियतनाम में आयोजित होने वाले कार्यक्रमो में शिरकत करेंगे। जिसमे 15 जून को वाली में स्थित परमधाम आश्रम में डॉक्टर ओमकार एवं डॉक्टर नीलम अपनी कविताओं का पाठ करेंगे।
गीत गंगा और जीवन सरिता का होगा विमोचन
जलेसर। नगर स्थित राजकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर ओमकार ने बताया कि 15 जून को वाली में होने वाले काव्य पाठ से पूर्व उनकी दो पुस्तकों गीत गंगा तथा जीवन सरिता का विमोचन भी किया जायेगा। इस दौरान वियतनाम के शिक्षाविदों के साथ साथ विश्व के भी कुछ नामचीन शिक्षाविद भी शिरकत करेंगे।
विदित हो कि प्रोफेसर ओमकार व उनकी पत्नी डॉ नीलम की यह पहली शैक्षणिक यात्रा नही है। यह प्रोफेसर दंपत्ति बीते कई सालों से विदेशों में आयोजित होने वाली शैक्षणिक गोष्ठियों में प्रतिभाग कर वैश्विक स्तर पर भारतीय सांस्कृतिक व सामाजिकता के साथ साथ भारतीय संस्कृति का झण्डा गाढ़ चुके है।