Etah News: सामूहिक गौ-संहार के आरोपित चढ़े पुलिस के हत्थे, गौ-तस्करों से मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी सहित दो बदमाश घायल
Etah News: लिहाजा पुलिस अब गाय के दुश्मनों से कोई दोस्ती नहीं रखना चाह रही है। इसी क्रम में बीती रात करीब तीन बजे पुलिस ने गौ-तस्करों को घेर लिया।
Etah News: एटा में 34 गौवंशों की हत्या के मामले में लापरवाही के जिम्मेदार अधिकारी अभी तक कार्रवाई से दूर हैं। हालांकि, थानाध्यक्ष पर इस मामले में गाज गिर चुकी है। लिहाजा पुलिस अब गाय के दुश्मनों से कोई दोस्ती नहीं रखना चाह रही है। इसी क्रम में बीती रात करीब तीन बजे पुलिस ने गौ-तस्करों को घेर लिया। बताया जा रहा है कि ये वही गौ-तस्कर हैं जिन्होंने पिछले दिनों एक गौशाला से निकालकर दो दर्जन से ज्यादा गौवंशों की सामूहिक हत्या कर दी थी। बीती रात पुलिस व बदमाशों के बीच फायरिंग हुई, जिसमें बहादुरी दिखाते हुए एक पुलिसकर्मी ने गौ-तस्करों से सीधा मोर्चा लिया, हालांकि उसे गौ-तस्करों की गोली से जख्मी होना पड़ा। इस दौरान पुलिस की जवाबी फायरिंग में दो गौ-तस्कर घायल हो गए।
गौकशी की दो घटनाओं में वांछित थे अभियुक्त
एटा जनपद के थाना कोतवाली देहात क्षेत्र के कासगंज अमापुर मार्ग पर पुलिस तथा इंटेलिजेंस की बदमाशों के साथ यह मुठभेड़ हुई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उदय शंकर सिंह ने बताया कि बीती देर रात्रि 3.25 बजे कासगंज-अमांपुर रोड पर चेकिंग के दौरान एक अर्टिगा कार संख्या डीएल 4 सीए-वाई 0860 गांव मरथरा की तरफ से पुलिस को आती दिखाई दी। पुलिस टीम द्वारा चेकिंग के उद्देश्य से उन्हें रुकने का इशारा किया गया। लेकिन कार चालक वाहन मोड़कर भागने का प्रयास करने लगा। हड़बड़ी में कार सड़क किनारे बनी पुलिया से टकरा गई तो तस्कर कार लेकर कच्चे रास्ते पर भागने लगे। स्थिति संदिग्ध जानकर पुलिस टीम द्वारा भी कार का पीछा कर उन्हें पकडने का प्रयास किया गया। इसी दौरान कार सवार बदमाशों ने पुलिस टीम के ऊपर फायरिंग शुरु कर दी। जिसपर पुलिस टीम द्वारा की गई फायरिंग में कार सवार 35 वर्षीय आसिफ पुत्र युनुस निवासी मोहल्ला पोटला मेवतियान, थाना कोतवाली हापुड़ और अंसार पुत्र अनवार निवासी मोर्चा नहर थाना राजा का रामपुर एटा हाल निवासी न्यू सीलमपुर, दिल्ली घायल हो गए। जबकि बदमाशों द्वारा की गई फायरिंग में थाना कोतवाली देहात पर तैनात पुलिसकर्मी लोकेंद्र कुमार भी गोली लगने से घायल हो गया।
फरार बदमाशों की तलाश में जुटी पुलिस
मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार गौ-तस्करों से पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में उन्होंने अपने दो साथी शमशेर पुत्र अली खान व अरमान पुत्र बबलू निवासी नदरई जनपद कासगंज का फरार हो जाना बताया। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए गौ तस्करों से दो देसी तमंचा चार खोखा तथा दो तमंचे की नाल में फंसे खोखे, पांच जिन्दा कारतूस तथा एक अर्टिगा कार आदि सामान बरामद किया है। उन्होंने बताया की पूछताछ के दौरान गिरफ्तार किए गए गौ तस्करों ने दो मई को थाना कोतवाली देहात क्षेत्र के ग्राम पवास तथा तीन मई को थाना कोतवाली देहात के ही ग्राम लख्मीपुर में गौशाला से गौशाला का ताला तोड़कर उसमें से गौवशों को निकालकर गौकशी की घटनाओं में शामिल होने की बात स्वीकार कर ली।
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क्षेत्र में हुई गोकशी की घटनाओं पर उठे थे गंभीर सवाल
आपको बताते चलें उक्त घटना जनपद के थाना बागवाला क्षेत्र के ब्लॉक शीतलपुर के ग्राम पवास में घटी थी। जिसमें ग्राम प्रधान की लापरवाही के चलते पहली घटना में प्रधान के खेत में ही गौ तस्करों द्वारा आधा दर्जन के करीब गोवंश की हत्या की गई। वहीं दूसरी रात्रि में भी इसी ग्राम पंचायत के ग्राम लखमीपुर के समीप बनी गौशाला से गौ तस्करों ने ताला तोड़कर 28 गौवंश को निकाला और गौशाला के सामने ही उनकी हत्या कर गौ मांस को एक गाड़ी में भरकर ले गए थे। इसी घटनाक्रम में इन गौ तस्करों द्वारा ग्राम लखमीपुर निवासी तीन ग्रामीणों से रात्रि में गांव वापस जाते समय लूटपाट कर उन्हें गंभीर चोटें पहुंचाई। जिसकी पुलिस द्वारा आज तक न तो कोई रिपोर्ट दर्ज की गई और न ही कोई कार्रवाई की गई। उक्त प्रकरण में निकाय चुनाव के दौरान एटा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी इस वीभत्स गौ-हत्याकांड के दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की घोषणा की थी। किंतु कार्रवाई के नाम पर लीपापोती ही होती नजर आ रही है। आखिर इस कांड के जिम्मेदारों के विरुद्ध अभी तक कोई कार्रवाई न होना लूट की घटना पर भी कार्रवाई न होना दोषियों को संरक्षण देने जैसा लगता है।