Etah News: शिक्षामित्रों का काला दिवस कल, काली पट्टी बांध सीएम और पीएम को याद दिलायेंगे वायदे
Etah News: सुद्योतकर यादव ने कहा कि इस कमरतोड़ महंगाई में सिर्फ दस हजार की अल्प पगार पाने वाले शिक्षामित्रों और उनके परिवार के भरणपोषण को लेकर प्रदेश व केंद्र की सरकारों द्वारा दोहरा रवैया अपनाया जा रहा है।
Etah News: सुप्रीमकोर्ट द्वारा सात साल पहले 25 जुलाई 2017 को समायोजन निरस्त कर दिये जाने बाद शिक्षामित्र हर वर्ष इस दिन को काला दिवस के रूप में मनाते है। इसी क्रम में गुरुवार को भी शिक्षामित्रों द्वारा काला दिवस मनाया जायेगा। यह जानकारी उत्तर प्रदेश दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेशकोषाध्यक्ष एवं जिलाध्यक्ष सुद्योतकर यादव ने दी है। उन्होंने बताया कि इस कमरतोड़ महंगाई में सिर्फ दस हजार की अल्प पगार पाने वाले शिक्षामित्रों और उनके परिवार के भरणपोषण को लेकर प्रदेश व केंद्र की सरकारों द्वारा दोहरा रवैया अपनाया जा रहा है। केन्द्र तथा प्रदेश सरकार द्वारा की जा रही इसी अनदेखी से आहत शिक्षामित्रों द्वारा गुरुवार को काला दिवस मनाया जायेगा। इस दौरान शिक्षामित्र बांहों मे काली पट्टी बांध कर शिक्षण कार्य करेंगे।
उत्तर प्रदेश आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के जिला महामंत्री राष्ट्रदीप पचौरी ने बताया कि सुप्रीमकोर्ट द्वारा 25 जुलाई 2017 को शिक्षामित्रों का समायोजन निरस्त कर दिए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वाराणसी में एक जनसभा मे शिक्षामित्रों के भविष्य के प्रति आश्वासन दिया गया था। इसके बाद प्रदेश सरकार ने तत्कालीन उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा की अध्यक्षता में गठित की गई थी। मगर अभी तक कमेटी की रिपोर्ट भी सार्वजनिक हुई है। साथ ही और योगी जी और मोती जी ने भी अपने बायदे पूरे नही किये हैं।
उत्तरप्रदेश आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष रामबहादुर वर्मा ने बताया कि समूचे भारत देश में उ0प्र0 के शिक्षामित्रों को सबसे कम मानदेय दिया जा रहा है। उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड में एक ही शासनादेश के अंतर्गत शिक्षामित्रों का चयन हुआ था। उत्तराखंड में टीईटी धारक शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक तथा नॉन टेट शिक्षामित्रों का स्थायीकारण करते हुए सम्मानजनक मानदेय दिया जा रहा है। मगर उत्तर प्रदेश जे शिक्षामित्रों के साथ सरकारों द्वारा सौतेला व्यवहार बरता जा रहा है। 25 जुलाई को काला दिवस के रूप में मनाते हुए काली पट्टी बांध कर शिक्षामित्रों द्वारा पीएम और सीएम को उनके वायदे याद दिलाने का प्रयास किया जायेगा।