Etah News: एटा में पं.दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा संग की ऐसी हरकत, मच गया बवाल
Etah News: पं दीनदयाल उपाध्याय की मूर्ति पर बीती रात्रि एक मानसिक रूप से बीमार महिला द्वारा मूर्ति के चारो तरफ लगे शीशे के फ्रेम को तोड़कर उनके गले में रबर का फंदा डालकर हाथों को बांध दिया।
Etah News: एटा उत्तर प्रदेश के एटा जनपद के थाना कोतवाली नगर क्षेत्र के मुख्यालय पर शहर के बीचोंबीच स्थित पं दीन दयाल उपाध्याय चौराहे पर लगी पं दीनदयाल उपाध्याय की मूर्ति पर बीती रात्रि एक मानसिक रूप से बीमार महिला द्वारा मूर्ति के चारो तरफ लगे शीशे के फ्रेम को तोड़कर उनके गले में रबर का फंदा डालकर हाथों को बांध दिया।इस तोडफ़ोड़ व मूर्ति से अभद्रता कर फांसी लगाने को देख ब्राह्मण समाज में आक्रोश व्याप्त हो गया भारी संख्या में समाज के व अन्य समाजके व नेतागण तथा सदर विधायक सहित भारी संख्या मेंनगर वासी एकत्रित हो गये।
वहीं बाह्मण समाज के लोगों ने घटना स्थल पर ही बैठ कर जिला प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए धरना प्रदर्शन किया तो सूचना पाकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्याम नरायण सिंह ,अपर पुलिस अधीक्षक राजकुमार सिंह क्षेत्राधिकारी नगर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर राजेश कुमार सिंह सहित कई स्थानों का फोर्स उप जिलाधिकारी सदर राजकुमार मौर्य भाजपा के जिला अध्यक्ष संदीप जैन सहित विभिन्न प्रमुख लोग पहुंच गए।
वही ब्राह्मण समाज के लिए भूदेव मिश्रा सोनी वशिष्ठ, प्रवेश मिश्रा हरेन्द्र मोहन अर्पित उपाध्याय अखिलेश दीक्षित कैलाश उपाध्याय उज्जवल पांडेय सहित भारी संख्या में एक्रतित लोगों ने आरोपी की शीघृ गिरफ्तारी कर एन एस ए की कार्य वाही करनेकी मांग की गयी और प्रशासन को तीन घंटे में घटना के खुलासे की चेतावनी दी गयी तो एक्टिव हुये प्रशासन ने वहां लगे शीशी टीवी कैमरे को खगाला तो सरकारी जिलाप्रशासन के लगे कैमरे खराब निकले सिर्फ एक होटल गुप्ता पेलेस के कैमरे से घटना की चौकाने वाली हकीकत सामने आयी जिसमें एक मानसिक रूप से बीमार महिला उक्त मूर्ति के बाहर लगे शीशे को फ्रेम को तोड़ती तथा उसकी रबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की मूर्ति के गले में डालकर हाथ बांधती हल्की सी कैमरा दूर होने के कारण नजर आई जिससे नगर की फिजा बिगड़ते बिगड़ते बच गई।
लोगों का मानना था यह घटना किसी अराजक तत्व ने जानबूझकर की है लेकिन सीसीटीवी फुटेज के खुलासे ने स्पष्ट कर दिया यह एक पागल के पागलपन के चलते घटी घटना
है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्याम नारायण सिंह ने कहा कि उक्त घटना की दोषी महिला को अपनी इलाज हेतु आगरा भेजा जायेगा वहीं उन्होंने कहा कि मूर्ति के सामने ढांचे को हुई छति को अध्यक्ष जी सही करायेंगे उनसे वार्ता हो गयी है।
आपको बताते चलें बीती रात्रि घटी पंडित दीनदयाल उपाध्याय की मूर्ति के साथ घटना वाले स्थान पर प्रमुख चौराहा होने के कारण वहां पर 24 घंटे ट्रैफिक तथा सिविल पुलिस तैनात रहती है तथा चौराहे के बीच में उक्त मूर्ति स्थापित थी आखिर पुलिस की मौजूदगी में भी पागल महिला मूर्ति के पास लगे शीशे तथा अन्य चीज तोड़ती रही और पुलिस वहां बैठकर क्या करती रही यह भी एक महत्वपूर्ण सवाल है जो पुलिस की कार्य प्रणाली तथा प्रशासन की हीला हवाली को उजागर करती है वहीं सदर विधायक विपिन वर्मा डेविड ने बताया दो दिन पूर्व भी उक्त मूर्ति का एक शीशा तोड़ दिया गया था जिसकी जानकारी हमारे पदाधिकारियों ने जिले के प्रशासनिक अधिकारियों तथा पुलिस को दी गई थी किंतु पुलिस ने उक्त मामले को गंभीरता से नहीं लिया इस घटना को लेकर में पुलिस प्रशासन की निंदा करता हूं 2 घंटे का समय देता हूं प्रशासन 2 घंटे में घटना के आरोपी को पड़कर उसका खुलासा करें। वहीं भाजपा के जिला अध्यक्ष संदीप जैन ने कहा कि दीन दयालु उपाध्याय किसी एक व्यक्ति के नहीं थे वह सवके थे वह गरीब के विशेष हितेषी थे अन्तोदय कार्ड भी उन्ही की देन है हो सकता है यह पार्टी की रणनीति का हिस्सा हो। जब दो दिन पूर्व शीशा तोडने की घटना घटी तो उस पर पागल को पकड़कर इलाज के लिए क्यों नहीं भेजा गया यह गलत और निंदनीय है।
आपको बताते चलें नगर में लगी महापुरुषों की मूर्तियां भी सुरक्षित नहीं है कही मूर्ति के ऊपर कूडा पड रहा है तो कही टक्कर लगने से उनका चबूतरा टूट रहा है कही मिट्टी गंदगी के शिकार हैं। युवा बाह्ममण नेता अक्षित मिश्रा ने जिलाघिकारी एटा प्रेमरंजन सिंह से इन महापुरुषों की मूर्तियों को सुरक्षित कराने व उनका उचित रखरखाव कराने की मांग की है।
जब शहर की मूर्ति ही सुरक्षित नहीं है तो अन्य बाहरी स्थान पर लगी मूर्ति कैसे सुरक्षित रह सकती है।
जिला प्रशासन ने आज की घटना एक पागल के कारण घटित होने की बात कह कर अपनी बिगड़ती बात तो बना ली किंतु चौबीस घंटे उक्त स्थान पर तैनात पुलिस की संदिग्ध भूमिका या कार्य प्रणाली की कोई जांच नहीं कि आखिर यह लोग वहां बैठकर क्या करते हैं सिर्फ बाहनों से