शिवपाल के बयान पर योगी के मंत्री असीम अरुण का पलटवार- 'राम भक्तों पर गोली चलाना ही कोई विकल्प नहीं था..'
Ayodhya Ram Mandir: असीम अरुण ने कहा, '22 जनवरी को भगवान राम की मंदिर का उद्घाटन होने वाला है। ऐसे वक्त में ना तो कहीं कर्फ्यू लगा है और ना ही कहीं गोलियां चल रही है। ना ही किसी भी तरीके का कोई झगड़ा हुआ।'
Etawah News : योगी सरकार में समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण (Asim Arun) शुक्रवार (19 जनवरी) को इटावा पहुंचे। यहां नुमाइश पंडाल में चल रही कथा में शामिल हुए। यहां उन्होंने पंडाल में चल रही रामकथा सुनी। साथ ही, विपक्ष पर निशाना साधा। असीम अरुण ने शिवपाल यादव के बयान पर पलटवार किया।
शिवपाल के बयान का असीम अरुण का पलटवार
इटावा की नुमाइश पंडाल में चल रही रामकथा में शामिल होने के लिए शुक्रवार को योगी सरकार के समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण पहुंचे। यहां उन्होंने बड़ी सादगी के साथ रामकथा सुनी। मीडिया से बात करते हुए अपनी सरकार की तारीफ की। इस दौरान उन्होंने मीडिया ने पूछा कि, शिवपाल यादव की तरफ से बताया गया कि उन्होंने कारसेवकों पर गोलियां क्यों चलवाई थी? इस पर असीम अरुण ने कहा, 'रामभक्तों पर सीधे गोली चलवा देना, यह किसी तरीके का विकल्प नहीं है। गोली चलाने से पहले कई विकल्प होते हैं। ऐसे वक्त में सरकार बैरियर लगा सकती थी। पानी की बौछार की जा सकती थी। टियर गैस छोड़ी जा सकती थी। इस मामले को शांत किया जा सकता था।
'ना तो कहीं कर्फ्यू लगा, न गोलियां चली'
वहीं, उन्होंने कहा कि '22 जनवरी को भगवान राम की मंदिर का उद्घाटन होने वाला है। ऐसे वक्त में ना तो कहीं कर्फ्यू लगा है और ना ही कहीं गोलियां चल रही है। ना ही किसी भी तरीके का कोई झगड़ा हुआ है।
विपक्ष पर असीम अरुण ने साधा निशाना
विपक्ष के द्वारा राम मंदिर के उद्घाटन के दिन नहीं जाने को लेकर असीम अरुण ने जवाब दिया। उन्होंने कहा, कि 'कई बयान सामने आ रहे हैं। अगर, ये लोग राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में नहीं जाएंगे तो कोई अचंभे की बात नहीं है। राम मंदिर बन चुका है। अब उसका उद्घाटन भी होने वाला है। किसी भी तरीके का कोई भी विवाद नहीं है। कोई झगड़ा नहीं है। सब इंतजार कर रहे हैं तो भव्य राम मंदिर का कर रहे हैं।
असीम अरुण- राम मंदिर निर्माण में बीजेपी का अहम रोल
उन्होंने आगे कहा कि 'राम की बात देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में हो रही है। पूरे विश्व में भगवान राम को लोग दिलों जान से मानते हैं। अगर विपक्ष को लगता है कि राम मंदिर निर्माण में बीजेपी का अहम रोल है तो यह बिल्कुल सही है। क्योंकि, इस आंदोलन को हमारे वरिष्ठों ने लड़ा था। अदालत के आदेश पर यह मंदिर बनवाया जा रहा है। राम मंदिर निर्माण से किसी को किसी भी तरीके का एतराज नहीं है'।