मऊ: मायावती पर अभद्र टिप्पड़ी कर फंसे बीजेपी से निष्काषित नेता दयाशंकर को जमानत मिल गई है। एडीजे-4 कोर्ट ने शनिवार की शाम चार बजे के बाद 50-50 हजार के निजी मुचलके पर मंजूर कर ली थी, लेकिन रात होने के कारण उन्हें छोड़ा नहीं गया था। रविवार सुबह 8 बजे उन्हें मऊ जेेल से निकाला गया। दयाशंकर के समर्थकों में ख़ुशी की लहर दौड़ गई है। मऊ जेल के सामने समर्थकों ने ढोल नगाड़े गाजे-बाजे के साथ रिहाई का जश्न मनाया।
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जेल से निकलने के बाद दयाशंकर ने कहा कि मेरी पत्नी और बच्ची का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। मैं यहां से निकलकर अपने परिवार से मिलने सीधे लखनऊ जाऊंगा। बसपा नेता मायावती पर अभद्र टिप्पणी के मामले में आरोपित पूर्व बीजेपी नेता दयाशंकर सिंह के खिलाफ 20 जुलाई को लखनऊ के हजरतगंज थाने में केस दर्ज कराया गया था। लखनऊ पुलिस ने 25 जुलाई को कोर्ट से गिरफ़्तारी के वारंट के बाद दयाशंकर सिंह को बिहार के बक्सर जिले से 29 जुलाई को गिरफ्तार किया था।
-इसके बाद लखनऊ पुलिस ने केश को मऊ पुलिस को ट्रांसफर कर दिया।
-मऊ पुलिस ने उन्हें सीजेएम कोर्ट में पिछले शुक्रवार को रात 8:30 बजे पेश किया गया था।
-सुनवाई के बाद दयाशंकर सिंह की जमानत याचिका नामंजूर कर दी गई थी।
-इसके बाद दयाशंकर सिंह के वकील ने जमानत के लिए जिला जज की कोर्ट में अर्जी दी थी |
-जिला जज ने अर्जी की सुनवाई के लिए अपर जिला जज एससी / एसटी फोर्थ कोर्ट में एक अगस्त को ही ट्रांसफर कर दिया था।
-जिसकी सुनवाई चार अगस्त थी उस दिन जज ने दोनों पक्षों के बहस को सुनते हुए 6 अगस्त की तारीख दी थी।
-अपर शत्र न्यायाधीश डा. अजय कुमार एससी / एसटी कोर्ट में लगभग 45 मिनट बहस के बाद जमानत मिल गई |