फर्जी पासपोर्ट गिरोह का हुआ भंडाफोड़, 2 पुलिसकर्मी समेत 8 गिरफ्तार

मऊ जिले में वर्षो से फर्जी पासपोर्ट का धंधा पुलिस और खुफिया विभाग की मिली भगत से चल रहा था। जिसकी शिकायत मिलने पर एसपी मऊ अनुराग आर्य ने खुफिया तरीके से इसकी जांच शुरू कराई तो पता चला की इसके तार मऊ जनपद ही नहीं अन्य जनपदों में फैले हुए हैं।

Update: 2019-12-07 15:33 GMT

मऊ: मऊ जिले में पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने जनपद में चल रहे फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इसके साथ ही पुलिस अधीक्षक ने अपने विभाग समेत दर्जन भर लोगों को आरोपी बनाया है।

आरोपियों में ये 2 पुलिसकर्मी समेत विभिन्न जनपदों से गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है।

इसके साथ ही एल आई यू शाखा के दो कांस्टेबल खुफिया यूनिट ( एल आई यू शाखा) समेत 4 लोगो पर निलंबन की कार्यवाही भी की गई।

ऐसे हुआ खुलासा...

बताते चलें कि मऊ जिले में वर्षो से फर्जी पासपोर्ट का धंधा पुलिस और खुफिया विभाग की मिली भगत से चल रहा था। जिसकी शिकायत मिलने पर एसपी मऊ अनुराग आर्य ने खुफिया तरीके से इसकी जांच शुरू कराई तो पता चला की इसके तार मऊ जनपद ही नहीं अन्य जनपदों में फैले हुए हैं।

जांच में इस बात का भी पता चला कि पासपोर्ट के कार्य में उनके विभाग के लोग भी संलिप्त हैं, जब कार्रवी हुई तो वाराणसी, गाजीपुर, आजमगढ़ और मऊ के लोग पुलिस के हत्थे चढ़ गये।

सामने आया सच...

पकड़े गये लोगों से जब गहनता से पूछताछ की गई तो पुलिस अधीक्षक के स्थानीय खुफिया इकाई भी उसमे एक सिरे से लिप्त नजर आई और इसके साथ ही पुलिस महकमे समेत पुलिस होमगार्ड समेत पुलिस कांस्टेबल भी संलिप्त पाए गये।

जिसमे बीते दिन कार्यवाही करते हुए एसपी मऊ ने स्थानीय ख़ुफ़िया इकाई के कार्यालय को सील कर दिया। जिससे पुलिस महकमे में हडकंप मच गया।

पुलिस अधीक्षक ने बताया...

पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया की यह रैकेट पासपोर्ट बनाने के लिए फर्जी मार्कशीट आधार कार्ड समेत अन्य प्रयोग में आने वाले वाले जरुरी कागजात तैयार किए जाते थे और उसी को लगाकर उनके विभाग के लिप्त लोगो के साथ मिलकर जांच को पूर्ण करा लिया करते थे, और पासपोर्ट जारी हो जाया करता था जिसकी शिकायत मिलने पर कार्रवाई में लगभग दर्जन भर लोग लैपटॉप, प्रिन्टर ,फर्जी मार्कशीट समेत पुलिस के हत्थे चढ़ गये।

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