Barabanki News: बाराबंकी में किसान नेता राकेश टिकैत और समर्थकों की गुंडई, एम्बुलेंस को नहीं दिया रास्ता
Barabanki News: किसान नेता राकेश टिकैत ने अपने समर्थकों के साथ एक लंबा जुलूस निकला, काफिले के दौरान मरीज को ले जाती एक एम्बुलेंस फंस गई और उसको रास्ता नहीं दिया गया।
Barabanki News: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जनपद में किसान नेता राकेश टिकैत (Farmer leader Rakesh Tikait) और उनके समर्थकों की गुंडई की खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि किसान नेता राकेश टिकैत ने अपने समर्थकों के साथ एक लंबा जुलूस निकला, यह जूलूस एक किलोमीटर लम्बा था। इस दौरान राकेश टिकैत अपने समर्थकों के साथ ने हूटर बजाते हुए निकल रहे थे। इसी दौरान राकेश टिकैत के काफिले में मरीज को ले जाती एक एम्बुलेंस (ambulance) फंस गई और उसको रास्ता नहीं दिया गया।
बता दें कि जुलूस के दौरान किसान नेता राकेश टिकैत के समर्थक हूटर बजती गाड़ियों से निकल- निकलकर सेल्फी ले रहे थे। लेकिन हूटर बजाते निकल रहे टिकैत के काफिले का पुलिस तमाशा देखती रही और कोई कार्रवाई नहीं की। बताया जा रहा है कि किसान नेता राकेश टिकैत, बाराबंकी में किसान नेता मुकेश की पुण्यतिथि में शामिल होने जा रहे थे।
बाराबंकी जिले में पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत और समर्थकों की दबंगई देखने को मिली। दरअसल राकेश टिकैत किसान नेता मुकेश सिंह की पुण्यतिथि में शामिल होने बाराबंकी पहुंचे थे। इस दौरान किसान नेता राकेश टिकैत ने अपने समर्थकों के साथ एक लंबा जुलूस निकला। यह जूलूस एक किलोमीटर लम्बा था। इस दौरान राकेश टिकैत अपने समर्थकों के साथ हूटर बजाते हुए निकल रहे थे। राकेश टिकैत के इस काफिले में मरीज को लेकर जा रही एक एंबुलेंस फंस गई एंबुलेंस को देखने के बाद भी किसान नेताओं ने एंबुलेंस को रास्ता नहीं दिया और वह इस काफिले में घंटों फसी रही।
बता दें कि बाराबंकी जिले में पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत के काफिले में राकेश टिकैत के समर्थक हूटर बजती गाड़ियों से निकल रहे थे। इस दौरान समर्थक गाड़ी से बाहर निकल कर सेल्फी लेते हुए आगे जा रहे थे। राकेश टिकैत के हूटर बजाते जा रहे इस काफिले को पुलिस देखते हुए भी मूकदर्शक बनी रही। बताया जा रहा है कि किसान नेता राकेश टिकैत बाराबंकी में किसान नेता मुकेश की पुण्यतिथि में शामिल होने जा रहे थे। राकेश टिकैत के इस काफिले में मरीज को लेकर जा रही एक एंबुलेंस फंस गई एंबुलेंस को देखने के बाद भी किसान नेताओं ने एंबुलेंस को रास्ता नहीं दिया और वह इस काफिले में घंटों फसी रही।