किसान का साहस: अचानक हुआ तेंदुए का हमला, दस मिनट संघर्ष कर बचाई जिंदगी
नैनिहा के खड़िया गांव निवासी रामकेवल (65) शौच के लिए गए थे। इसी दौरान जंगल से निकले तेंदुए ने उन पर हमला बोल दिया। जान बचाने के लिए किसान तेंदुए से भिड़ गए। संघर्ष करते हुए शोर मचाना शुरू किया। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए। ग्रामीण हांका लगाने लगे। इसके बाद तेंदुआ जंगल की ओर भाग गया।
बहराइच: शौच करने गए किसान के ऊपर अचानक तेंदुए ने हमला बोल दिया। किसान बिना डरे अपनी जान बचाने के लिए तेंदुए से भिड़ गया। लगभग दस मिनट तक दोनो के बीच संघर्ष होेने के बाद ग्रामीणों के आने की आहट सुन तेंदुए जंगल की ओर भाग गया। किसान गंभीर रूप से घायल हो गया। इलाज के लिए सीएचसी मोतीपुर में भर्ती कराया गया। हालत गंभीर बताई जाती है।
ये भी देखें : यूपी में बिजली को लेकर प्रियंका गांधी ने उठाया सवाल, ऊर्जा मंत्री ने दिया जवाब
यह घटना है नैनिहा के खड़िया गांव निवासी रामकेवल (65) शौच के लिए गए थे। इसी दौरान जंगल से निकले तेंदुए ने उन पर हमला बोल दिया। जान बचाने के लिए किसान तेंदुए से भिड़ गए। संघर्ष करते हुए शोर मचाना शुरू किया। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए। ग्रामीण हांका लगाने लगे। इसके बाद तेंदुआ जंगल की ओर भाग गया।
तेंदुए के हमले में किसान के गले पर गंभीर जख्म आए हैं। घटना की सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी गई। काफी देर बाद वनकर्मी मौके पर पहुंचे। डीएफओ जीपी सिंह ने बताया कि टीम मौके पर गई थी। आसपास तेंदुए के पगचिह्न नहीं मिले है। जांच की जा रही है। जंगल से सटे गांवों में बाघ और तेंदुए के दहशत से लोग खेतों में नहीं जा पा रहे हैं।
ये भी देखें : जानिए 22 वर्ष बाद गुरु गोरक्षनाथ सम्मान से कौन होगा सम्मानित
तेंदुए के दर से बच्चे घरों में कैद होकर रह गए हैं। वन विभाग तेंदुए के हमले को नहीं रोक पा रहा है। आए दिन बाघ व तेंदुए आबादी में घुसकर हमला बोल रहे हैं। वन विभाग के पास जागरूकता के अलावा हमले रोकने के लिए कोई ठोस उपाय नहीं हैं।