Farmers Protest: आया 2020 के किसान आंदोलन के रहे हीरो का बड़ा बयान, बोले- ‘कोई समस्या आई तो...’
Farmers Protest 2024: किसान आंदोलन 2020 के हीरो रहे किसान नेता राकेश टिकैत भले ही अभी दिल्ली चलो मार्च अभियान में भाग लेते हुए नहीं देख रहे हों, लेकिन उनका बयान आंदोलनरत किसानों के समर्थन में आ गया है और सरकार से सीधे सीधे लड़ाई की फिर चेतावनी दी दे है।
Rakesh Tikait On Farmers Protest 2024: फसल पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी सहित कई विभिन्न मांगों को एक बार फिर किसान आंदोलित हो चुका है। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के ‘दिल्ली चलो मार्च’ के आह्वान पर पजांब का किसान हरियाणा होते हुए राजधानी दिल्ली में धरना प्रदर्शन देने के लिए रवाना हो चुका है। इस आंदोलन को देखते हुए हरियाणा की कई सीमाएं और दिल्ली के सारे प्रवेश द्वार सील कर दिए गए हैं। इन सीमाओं पर हाईलेवल की बैरिकेडिंग की गई है और पुलिस के जवानों के साथ साथ पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई है, ताकि कोई आंदोलनरत किसान राजधानी में प्रवेश न कर पाए। मंगलवार सुबह से हरियाणा के शंभू बार्डर पर किसान और सुरक्षा बलों के बीच लगातार गतिरोध दिल्ली बढ़ने को लेकर सुबह से जारी है।
अंबाला के शूंभ बार्डर पर बनी है तनावपूर्ण स्थिति
मंगलवार को सुबह किसानों से जथा पंजाब के अलग-अलग जगहों से जैसे ही दिल्ली की ओर रवाना हुआ, तो उसको रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने अंबाला के शंभू बार्डर को सील करते हुए व्यापाक सुरक्षा के इंतजाम किए हुए थे। प्रदर्शनकारियों ने जैसे ही बैरिकेट को तोड़ने की कोशिश की तो तैनात पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोकने का प्रयास करते हुए उन पर वाटर कैनन से पानी की बौछार की और ड्रोन से आंसू गैस के गोले दागे। इस यह देखते हुए किसानों बेकाबू हो गए और पुलिस और उनके बीच झड़प हो गई, जिसके बाद सुरक्षा बलों एक्सन मूड पर आते हुए आगे की कार्रवाई कर दी। बार्डर पर सुबह से पुलिस और किसानों के बीच तनातनी की स्थिति बनी हुई है। रह रह कर किसान दिल्ली के आगे बढ़ने की कोशिश रह हैं और तैनात सुरक्षा बल उन पर कार्रवाई करते हुए पीछे भाग दे रहा है। इस बीच, साल 2020 में हुए किसान आंदोनल के हीरो रहे का भी इन किसानों के समर्थन में बयान आ गया है और सरकार को सख्त चेतावनी दी है।
किसान आंदोलन पर राकेश टिकैट समर्थन
किसान आंदोलन 2020 के हीरो रहे किसान नेता राकेश टिकैत भले ही अभी दिल्ली चलो मार्च अभियान में भाग लेते हुए नहीं देख रहे हों, लेकिन उनका बयान आंदोलनरत किसानों के समर्थन में आ गया है और सरकार से सीधे सीधे लड़ाई की फिर चेतावनी दी दे है। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि एमएसपी गारंटी कानून और स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट, बिजली संशोधन बिल और कर्ज माफी देशभर के किसानों के मुद्दे हैं। कई किसान यूनियन हैं और उनके अलग-अलग मुद्दे हैं। अगर सरकार दिल्ली की ओर मार्च कर रहे इन किसानों के लिए कोई समस्या पैदा करती है, तो हम उनसे दूर नहीं हैं। उनके खिलाफ कोई स्थिति बने पर हम उनके समर्थन में जल्द आ जाएंगे। टिकैत ने ये बातें मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए कहीं।
16 फरवरी ग्रामीण भारत बंद का आह्वान
उन्होंने आगे कहा कि हमारी तरफ से 16 फरवरी को ग्रामीण भारत बंद का आह्वान किया गया है। न हम किसानों से दूर हैं। न ही दिल्ली से दूर हैं। अगर किसी प्रकार की गलत बात होती है तो हम सब एक साथ हैं। आखिर उन्हें क्यों रोका जा रहा है। दिल्ली आने का अधिकार हर किसी को है। सरकार गलत तरीके से किसानों को रोकने का प्रयास कर रही है। कील ठोंककर और दीवार खींचकर किसानों को रोके जाने का प्रयास किया जाएगा? इस प्रकार की स्थिति नहीं होनी चाहिए। सरकार को वार्ता करके मुद्दे का हल निकालना चाहिए।
2020-21 में भी चला था किसानों का आंदोलन
आपको बता दें कि संसद से पारित तीन कृषि कानून को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने 2020-21 आंदोलन चलाया था। इस आंदोलन में राकेश टिकैत ने भी अपनी बड़ी भूमिका निभाई थी, उन्हें इस आंदोलन का हीरो मना जाता है। एक साल तक चले आंदोलन के बाद केंद्र की मोदी सरकार ने अपने प्रस्तावित कृषि कानूनों को वापस ले लिया था, जिसके आंदोलनरत रहे किसान वापस चल गए थे।