यूपी: आंदोलन में भाग लेने वाले किसानों को दिया 50 लाख का नोटिस, जानें पूरी बात

किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष राजपाल सिंह यादव का कहना है कि हम ये मुचलके किसी भी हालत में नहीं भरेंगे, चाहे हमें जेल हो जाए, चाहे फांसी हो जाए। हमने कोई गुनाह नहीं किया है, हम अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं।

Update: 2020-12-18 11:05 GMT
जिन छह किसानों को नोटिस जारी किया गया है, उसमें भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष राजपाल सिंह यादव का भी नाम शामिल है।

लखनऊ: इस वक्त की बड़ी खबर यूपी के संभल जिले से आ रही है। यहां छह दिन पहले छह किसान नेताओं को नोटिस जारी कर 50-50 लाख रुपये का मुचलका भरने को कहा गया था।

इन सभी लोगों पर नये कृषि कानूनों को लेकर किसानों को उकसाने और शांतिभंग करने का आरोप है। इस मामले में अब नया मोड़ आ गया है।

अब संभल की पुलिस का कहना है कि नोटिस भेजते समय गलती हो गई और आरोपी किसानों को अब 50 -50 हजार का नोटिस भेजा जा रहा है।

किसान आन्दोलन (फोटो: सोशल मीडिया)

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संभल पुलिस ने कही ये बात

इस बारें में संभल के एसपी चक्रेश मिश्रा का कहना है कि किसानों को अब नया नोटिस भेजा जाएगा। वहीं एसडीएम दीपेंद्र यादव ने बताया कि हमें हयात नगर पुलिस थाने से रिपोर्ट मिली थी कि कुछ व्यक्ति किसानों को उकसा रहे हैं और इससे शांति भंग होने की आशंका है।'

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थाना अध्यक्ष की रिपोर्ट के माध्यम से अवगत कराया गया था कि इन लोगों को 50-50 हजार रुपये के मुचलके से पाबंद किया गया। इस मामले में सीआरपीसी की धारा 111 के तहत नोटिस जारी किए गए हैं।

पुलिस द्वारा पेश की गई रिपोर्ट के आधार पर (शांति भंग करने की आशंका वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ) मजिस्ट्रेट ऐसा आदेश दे सकता है।

किसान आन्दोलन (फोटो: सोशल मीडिया)

हमने कोई गलत काम नहीं किसान: किसान यूनियन

संभल के जिला प्रशासन की तरफ से जिन छह किसानों को नोटिस दिया गया, उसमें भारतीय किसान यूनियन (असली) संभल के जिला अध्यक्ष राजपाल सिंह यादव के अलावा जयवीर सिंह, ब्रह्मचारी यादव, सतेंद्र यादव, रौदास और वीर सिंह का नाम शामिल हैं।

अब इस पूरे मामले में जिला अध्यक्ष राजपाल सिंह यादव का कहना है कि हम ये मुचलके किसी भी हालत में नहीं भरेंगे, चाहे हमें जेल हो जाए, चाहे फांसी हो जाए। हमने कोई गुनाह नहीं किया है, हम अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। हमने कोई गलत काम नहीं किया है।

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