सहारनपुर: सहारनपुर में हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही। कभी जातीय हिंसा तो कभी पारिवारिक हिंसा के नाम पर लोगों का खून बह रहा है। मंगलवार (20 जून) को दिन निकलते ही थाना बड़गांव क्षेत्र के गांव लुकादडी में ताबड़तोड़ चली गोलियों से गांव वाले सहम गए। इस वारदात से पुलिस प्रशासन के भी होश उड़ गए। दो पक्षों में हुए खूनी संघर्ष में दो लोगों की मौत हो गई जबकि चार अन्य घायल हो गए। गांव में भारी संख्या में पुलिस की तैनात की गई है।
बता दें, कि सहारनपुर जिले का यह वही थाना क्षेत्र बड़गांव है, जहां पिछले महीने तीन बार जातीय हिंसा भड़क चुकी है। इस हिंसा में दो युवक अपनी जान गंवा चुके हैं।
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क्या है मामला?
बड़गांव थाना क्षेत्र के गांव लुकादडी में जमीन को लेकर गांव के ही दो पक्षों में बीते 30 सालों के रंजिश चली आ रही थी। इसी रंजिश के तहत पहले भी दोनों पक्षों में विवाद हो चुका है। गांव के ही रहने वाले सुभाष और महावीर पक्ष के बीच ये विवाद मात्र दो बीघा जमीन को लेकर है। इस जमीन पर दोनों ही पक्ष अपना-अपना दावा करते आ रहे हैं। वर्ष 2012 में भी इस जमीन को लेकर विवाद और खूनी संघर्ष हो चुका है। उस बार भी सुभाष और महावीर पक्ष के एक अन्य की हत्या हो चुकी है। इस खूनी संघर्ष ने रंजिश को और हवा दी।
पहले लाठियां, फिर गोलियां
बताया जाता है कि सुभाष पक्ष तभी से इस रंजिश का बदला लेने की फिराक में था। मंगलवार की सुबह करीब 8 बजे इस दो बीघा जमीन को लेकर दोनों पक्ष एक बार फिर आमने-सामने आ गए। देखते ही देखते दोनों पक्षों में पहले लाठियां चलीं। इसके बाद तमंचे बाहर निकल आए।
दो की मौत, चार घायल
इस संघर्ष में महावीर पक्ष के महावीर और सुनील की मौत हो गई, जबकि चार अन्य घायल हो गए। जानकारी मिलते ही पुलिस के होश फाख्ता हो गए। गांव में पहुंची पुलिस ने मृतकों के शवों को पीएम और घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। गांव में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।