Firozabad News: अवैध संबंधों में जीजा-साले ने मिलकर की थी सुनील की हत्या
Firozabad News: फिरोजाबाद जिले के थाना शिकोहाबाद के सुभाष कॉलोनी में एक फौजी के मकान में सुनील किराये पर रहता था।
Firozabad News: हाईवे किनारे स्थित सुभाष नगर कॉलोनी में फौजी के मकान में रह रहे सुनील की हत्या अवैध संबंधों के चलती जीजा-साले ने मिलकर की थी। पुलिस ने हत्यारोपी एक युवक को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर मृतक का मोबाइल और हत्या में प्रयुक्त चाकू बरामद कर लिये हैं। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया है।
फिरोजाबाद जिले के थाना शिकोहाबाद के सुभाष कॉलोनी में एक फौजी के मकान में सुनील किराये पर रहता था। 22 नवंबर को सूचना मिली कि बंद मकान में एक युवक का शव पड़ा है। सूचना पर पुंची पुलिस ने पंचनामा भर शव पोस्टमार्टम को भेज दिया था। दो दिन बाद मृतक की शिनाख्त भर्थना कोतवाली क्षेत्र के गांव पतापपुर पाली निवासी सुनील के रूप में हुई थी।
मृतक के भाई की तहरीर पर अज्ञात में हत्या का मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू करदी। एसपी ग्रामीण रणविजय सिंह ने बताया कि क्षेत्राधिकारी देवेंद्रपाल सिंह के निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक हरवेंद्र कुमार मिश्रा, सर्विलांस की टीम को घटना के अनावरण को लगाया गया। जांच में पता चला कि मृतका की हत्या अवैध संबंधों में हुई है। मृतका के संबंध सुनीता नाम की महिला से थे।
मृतक उसे आए दिन परेशान करता और उससे संबंध बनाने का दवाब बनाता था। इतना ही नहीं इस बीच उसने महिला की छोटी बहिन पर भी दवाब बनाना शुरू कर दिया। जब इसकी जानकारी महिला के पति यशपाल और भाई हजारी को हुई तो दोनों ने सुनील की हत्या की योजना बनाई। उन्होंने हत्यारोपी का नाम यशपाल यादव पुत्र राजवीर सिंह निवासी आजमपुर स्लोटा थाना एका बताया है। उन्होंने बताया कि यशपाल ने अपने साले हजारी और साली दया निवासी प्रहलादपुर बरनाहल मैनपुरी के साथ मिल कर की थी। पुलिस फरार भाई-बहिन की तलाश कर रही है। शीघ्र ही उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा जायेगा।
प्रहलादपुर में ही सपना से हुई थी सुनील की मुलाकात
मृतक सुनील की प्रहलादपुर में रिश्तेदारी है। वह प्रहलादपुर आता-जाता रहता था। इसी दौरान उसकी सपना नाम की युवती से संबंध हो गये थे। इसके बाद सुनील किसी मामले में जेल चला गया। इसी बीच सुनीता ने यशपाल के साथ शादी कर ली। जब सुनील जेल से छूट कर आया तो उसने सुनीता से संबंध बनाने के लिए दवाब बनाने लगा। सुनीता के मना करने पर उसने उसकी छोटी बहिन दया के साथ संबंध बनाने के प्रयास किये।
एसपी ग्रामीण ने बताया कि सुनील ने दया और सुनीता से संबंध बनाने के लिए दवाब डालना शुरू कर दिया। जिससे दोनों बहिनें परेशान थीं। इसी बीच दया और सुनील को उसके भाई ने आपत्तिजनक स्थित में देख लिया। बस उसी दिन से हजारी और उसके बहनोई यशपाल ने सुनील को ठिकाने लगाने का निर्णय लिया और मौके की तलाश में जुट गए। 18 नवंबर को जब सुनील का साथी अपने गांव चला गया, तो एक दिन यशपाल, हजारी और दया तीनों अल सुबह उसके घर पहुंचे और कमरे में ही उसकी चाकू से गर्दन रेत कर हत्या कर दी।