Jalaun News: जिले में मंडरा रहा बाढ़ का खतरा, डीएम ने हालात से निपटने के लिए दिए ये निर्देश
Jalaun News: प्रदेश भर में हो रही बारिश के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो चुका है और नदियां उफान पर हैं। इसी के चलते जालौन में जिला प्रशासन ने बाढ़ से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है।
Jalaun News: प्रदेश भर में हो रही बारिश के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो चुका है और नदियां उफान पर हैं। इसी के चलते जालौन में जिला प्रशासन ने बाढ़ से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है। जिलाधिकारी चांदनी सिंह ने सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने बाढ़ संभावित क्षेत्रों में व्यवस्थाएं पहले से ही दुरुस्त किए जाने के निर्देश दिया है।
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यमुना और बेतवा का बढ़ रहा जलस्तर
बता दें कि जालौन से बेतवा और यमुना नदी गुजरती है। यहां यमुना नदी से कई गांव बाढ़ से प्रभावित होते हैं। जिसको देखते हुए जालौन जिलाधिकारी चांदनी सिंह ने बाढ़ से निपटने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। डीएम ने बताया कि अभी नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रहे हैं लेकिन आगामी खतरे को देखते हुए जिले में 27 बाढ़ चौकियां बनाई गई है। इसके साथ ही बाढ़ संभावित क्षेत्रों में दवाई, राशन समेत अन्य सुविधाएं समय से पहुंचाई जा सके, इसके लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
प्रभावित इलाकों के लोग सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं
डीएम ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि जिन इलाकों में बाढ़ का खतरा रहता है, वहां के ग्रामीण पहले से ही सुरक्षित स्थान पर पहुंच जाएं। जिससे किसी भी अनहोनी से बचा जा सके। वहीं बाढ़ से निपटने के लिए जिला अधिकारी तहसील स्तर से लेकर उच्च अधिकारियों तक क्रमबद्ध तरीके से बैठक निरंतर कर रही हैं। जालौन से गुजरने वाली बेतवा एवं यमुना नदी का अन्य प्रदेशों में हो रही बारिश से उफान की ओर बढ़ती चली जा रही है। डीएम ने अधिकारियों को भी निर्देश दे दिए हैं कि वह भी अलर्ट मोड पर रहें। बाढ़ से किसी भी तरह की कोई जानमाल की हानि नहीं होनी चाहिए। गौरतलब है कि जनपद में 40 से ज्यादा गांव ऐसे हैं जो यमुना या बेतवा नदी के बिल्कुल मुहाने पर बसे हैं। ऐसे में वहां के लोगों पर ये बढ़ता जलस्तर चिंता का सबब बनता जा रहा है।