UP में फिर एनकाउंटर: राकेश पांडेय पर चली ताबड़तोड़ गोलियां, पिता ने उठाये सवाल
भारतीय सेना से सेवानिवृत्त राकेश पाण्डेय के पिता बालदत्त पांडेय ने एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह एनकाउंटर एकाएक क्यों किया गया, क्या कोई व्यक्तिगत दुश्मनी की वजह से।
लखनऊ। कानपुर के विकास दुबे एनकाउंटर में विवादों का सामना कर रही यूपी एसटीएफ के एक और एनकाउंटर पर उंगलियां उठनी शुरू हो गई है। यूपी एसटीएफ द्वारा भाजपा विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड में आरोपी एक लाख के इनामी बदमाश को राकेश पांडेय उर्फ हनुमान पांडेय को मुठभेड़ में मारे जाने पर राकेश पांडेय के पिता ने यूपी एसटीएफ से पूछा है कि जब उनके बेटे के सारे केस खत्म हो गए तो एनकाउंटर किस ग्राउंड पर किया। उन्होंने बताया कि उनके बेटे को रात तीन बजे घर से उठा कर ले गए और मार दिया। उन्होंने राकेश पांडेय पर इनामियां होने पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि इनाम कब घोषित हुआ किसी को पता ही नहीं।
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यह एनकाउंटर एकाएक क्यों किया गया
भारतीय सेना से सेवानिवृत्त राकेश पाण्डेय के पिता बालदत्त पांडेय ने एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह एनकाउंटर एकाएक क्यों किया गया, क्या कोई व्यक्तिगत दुश्मनी की वजह से। उन्होंनें कहा कि उनके बेटे राकेश उर्फ हनुमान को पुलिस लखनऊ स्थित आवास से शनिवार की रात तीन बजे उठाकर ले गई और एनकाउंटर कर दिया। उनका बेटा अपनी मां का लखनऊ में इलाज करा रहा था। इसी को लेकर आता जाता रहा। एक लाख का इनाम कब घोषित हुआ। कभी मामला सामने नहीं आया। ज्यादातर केस से वह बरी हो गया था और बाहर था। इनाम कब घोषित हुआ यह किसी को पता नहीं था।
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मुख्तार अंसारी गैंग के शूटर थे राकेश उर्फ हनुमान पांडेय
बता दे कि यूपी एसटीएफ की टीम ने रविवार सुबह 04 बज कर 20 मिनट पर मुख्तार अंसारी गैंग के शूटर राकेश उर्फ हनुमान पांडेय की मुठभेड़ मारे जाने का दावा किया। एसटीएफ ने सुबह एक लाख का इनामी बताया वहीं शाम को जारी प्रेस नोट में प्रयागराज से पचास हजार इनामी होने की जानकारी दी है। उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने एक लाख के इनामी बदमाश राकेश उर्फ हनुमान पांडेय को रविवार तड़के लखनऊ के सरोजनी नगर थाना क्षेत्र में मुठभेड़ में मार गिराया। हनुमान पांडेय, भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या का आरोपी था और मुख्तार अंसारी व मुन्ना बजरंगी का करीबी माना जाता है लेकिन न्यायालय ने उसे बरी कर दिया था।
रिपोर्टर- मनीष श्रीवास्तव, लखनऊ
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