बदलेगा गाजीपुर का नाम: कहलायेगा ये, सरकार कर सकती है जल्द एलान

Update: 2020-02-28 11:18 GMT

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में नाम बदलने का दौर जारी है। कई जिलों के नाम बदलने की कवायद में अब अगला जिला है गाजीपुर। गाजीपुर का नाम बदलने को लेकर मांग उठी है। इसके लिए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या को मांग पत्र दिया गया। बता दें कि गाजीपुर का नाम बदल कर प्राचीन नाम गाधिपुरी करने का अनुरोध किया गया है। गौरतलब है कि इससे पहले फ़ैजाबाद, इलाहाबाद का नाम बदला गया, वहीं बस्ती जिले का नाम भी बदलने की कवायद शुरू हो गयी है।

गाजीपुर का नाम बदलने की मांग:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से सटे जिले गाजीपुर का जल्द नाम बदल सकता है। इसकी कवायद तेज हो गयी है। शुक्रवार को भाजपा प्रदेश सह मीडिया सम्पर्क प्रमुख नवीन श्रीवास्तव ने गाजीपुर जिले का नाम बदलने की मांग की गयी। इस के लिए उन्होंने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को निवेदन पत्र भी दिया। भाजपा नेता की मांग है कि गाजीपुर का नाम प्राचीन नाम में बदल दें। बता दें कि गाजीपुर का प्राचीन नाम गाधिपुरी रहा है।

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पहले भी बदल चुके जिलों के नाम:

गौरतलब है कि इसके पहले राजधानी लखनऊ से सटे फैजाबाद जिले के नाम बदल कर अयोध्या कर दिया गया था। वहीं संगमनगरी इलाहाबाद का नाम भी बदल दिया गया और प्रयागराज नाम दिया गया। मुगलसराय का नाम बदलकर पंडित दीन दयाल उपाध्याय नगर किया जा चुका है।

प्रयागराज में चल रहे माघ मेले में साधु-संत चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश सरकार उन सभी शहरों के नाम बदले, जिनके नाम मुस्लिम मालूम पड़ते हैं।

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बस्ती का नाम बदलने की भी तैयारी में सरकार:

इतना ही नहीं योगी सरकार बस्ती जिले का नाम भी बदलने की तैयारी में है। बस्ती का नाम बदल कर वशिष्ठ नगर किया जाएगा। अयोध्या जिले के पास ही बस्ती जिला है। ऐसी मान्यता है कि गुरु वशिष्ठ के नाम से ही बस्ती का नाम अस्तित्व में आया है। डीएम बस्ती ने राजस्व विभाग को प्रस्ताव भेजा है। जल्द ही कैबिनेट में नाम बदलने का प्रस्ताव आ सकता है।

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