अस्पताल में बेड दिलाने के नाम पर करते थे ठगी, पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार
गाज़ियाबाद पुलिस ने कोरोना मरीजों को अस्पताल में बेड दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
गाज़ियाबाद: अगर आप भी दिल्ली एनसीआर में अपने किसी बीमार कोरोना मरीज के लिए अस्पताल तलाश रहे हैं, तो होशियार रहिए। क्योंकि इस समय दिल्ली और आसपास के इलाकों में एक ऐसा गैंग सक्रिय है, जो अस्पताल में बेड दिलवाने के नाम पर आप से रुपए ठग सकता है। गाजियाबाद में शहर कोतवाली पुलिस ने ऐसे ही गैंग का खुलासा किया है।
इस तरह से करते थे ठगी
पुलिस ने मामले में मयंक और प्रदीप नाम के दो आरोपियों को पकड़ा है। ये दोनों आरोपी सोशल मीडिया पर विज्ञापन देते थे,कि अस्पताल में कोविड मरीज को बेड दिलवा देंगे। जो व्यक्ति विज्ञापन देखकर आरोपियों से संपर्क करता था,उससे नामी अस्पताल में बेड दिलवाने का झांसा देकर मोटी रकम बैंक में ट्रांसफर करवा ली जाती थी।यही नहीं लोगों को कॉन्फिडेंस में लेने के लिए नामी अस्पतालों के डॉक्टर बन कर ये आरोपी, मरीजों के परिजनों से बात भी किया करते थे।पुलिस का दावा है कि इस गैंग में अन्य सदस्य भी शामिल हैं, जिनकी गिरफ्तारी जल्द कर ली जाएगी।कई बार इन आरोपियों ने अस्पताल के आसपास घूम कर भी मरीजों के परिजनों के साथ इसी तरह से ठगी की वारदात को अंजाम दिया था।
विज्ञापन में नामी अस्पतालों का जिक्र
फिलहाल पुलिस के सामने दो नामी अस्पतालों के नाम आए हैं। जिनके नाम इन्होंने अपने विज्ञापन में इस्तेमाल किए थे,और इस मामले में आगे की जांच पड़ताल में जुटी हुई है। पुलिस ने साफ तौर पर लोगों से अपील की है, कि ऐसे लोगों से होशियार रहें जो अस्पताल में एडमिशन या फिर किसी दवाई दिलाने के नाम पर आप से रुपए की मांग कर रहा है। पहले सोच समझकर और भली-भांति पर देखकर ही किसी नतीजे पर पहुंचे।अस्पताल की तरफ से मरीज के एडमिशन की प्रक्रिया पूरी होने से पहले कोई रकम नहीं मांगी जाती है। इसलिए ऐसे ठगों से सावधान रहने की जरूरत है, जो आपदा में गलत तरीके से अवसर तलाशने की कोशिश में जुटे हुए हैं।