Ghaziabad News: उपचुनावों में भाजपा की हो सकती है आसान जीत, इस तरह बंट सकते हैं वोट

Ghaziabad News: चुनाव मैदान में बसपा और आजाद समाज पार्टी के उम्मीदवार उतारे जाने के बाद दलित वोटों का बिखराव तय है। ऐसे में गाजियाबाद विधानसभा सीट पर भाजपा की राह आसान हो जाएगी।

Report :  Neeraj Pal
Update:2024-06-20 11:03 IST

Ghaziabad News (Pic: Social Media)

Ghaziabad News: बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस बार उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा सीटों के उप चुनावों में उतरने का फैसला किया है। वहीं आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर रावण भी उप चुनावों में कुछ सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकते हैं। चुनाव मैदान में इन दोनों ही पार्टियों के उम्मीदवार उतारे जाने के बाद दलित वोटों का बिखराव तय है। ऐसे में गाजियाबाद विधानसभा सीट पर भाजपा की राह आसान हो जाएगी। हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में बसपा ने उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव की सपा और कांग्रेस के बीच हुए गठबंधन से इतर अकेले दम पर ही चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए सपा ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की है।

उप चुनाव में उम्मीदवार उतारेगी बसपा

आजाद समाज पार्टी की स्थापना कर अभी कुछ समय पहले ही राजनीति में कदम रखने वाले चंद्रशेखर रावण ने भी नगीना सीट पर जीत का परचम लहराया है। परंतु दशकों तक उत्तर प्रदेश की राजनीति में बेहद मजबूती के साथ खड़ी रहने वाली बसपा इस बार फिर यहाँ अपना खाता तक नहीं खोल सकी है। पिछले लंबे समय से बसपा की मुखिया मायावती के उदासीन रुख के चलते पार्टी आज अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ने पर मजबूर हो गई है और इसके कैडर वोटरों में भी निराशा छाने लगी है। बसपा सुप्रीमो मायावती उप चुनावों से हमेशा दूरियाँ हो बनाती आई हैं। इस बार मायावती ने एकाएक अपनी रणनीति में बदलाव करने का फैसला कर सभी को चौंका दिया है।

बसपा ने शुरु की रणनीति

बसपा को एक कैडर बेस पार्टी के रूप में पहचाना जाता है। इसका मजबूत कैडर अपनी पार्टी की मुखिया, मायावती के एक इशारे पर किसी भी चुनाव का रुख मोड़ने का माद्दा रखता है। परंतु लंबे समय से मायावती के उदासीन रुख और चुनावों में लगातार मिल रही असफलता ने बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं में निराशा भर दी है। मायावती की हालिया फैसले ने बसपा के कार्यकर्ताओं में नया जोश भर दिया है और उन्होंने उप चुनावों की रणनीति भी बनानी शुरू कर दी है।

आजाद समाज पार्टी भी कर रही तैयारी

वहीं आजाद समाज पार्टी द्वरा भी विधानसभा के उप चुनावों में प्रत्याशी उतारे जाने की तैयारी की जा रही है। बहुजन समाज पार्टी और आजाद समाज पार्टी द्वारा प्रत्याशी उतारे जाने के बाद दलित वोटों में बिखराव होना तय है। ऐसे में गाजियाबाद शहर विधानसभा सीट पर भाजपा के लिए चुनाव आसान हो जाएगा। हाल ही में हुए गाजियाबाद लोकसभा सीट के चुनाव में बसपा के उम्मीदवार नंदकिशोर पुंढ़ीर 79,525 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे। ऐन चुनाव के मौके पर ही भाजपा से बसपा में आए नंदकिशोर पुंढ़ीर को बसपा के कार्यकर्ताओं का उतना साथ नहीं मिल पाया था जितना मिलना चाहिए था।

कार्यकर्ताओं में उदासीनता

कमजोर उम्मीदवार मानकर चल रहे बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पूरे चुनाव प्रचार में ही बेहद अनमने ढंग से काम किया था। कार्यकर्ताओं के उदासीन रुख ने बहुजन समाज पार्टी के कैडर वोटर को भी झूम में डाल दिया था कि आखिरकार वो समर्थन करे भी तो किसका ? इस बार मायावती ने समय रहते ही उप चुनाव लड़ने का ऐलान कर बसपा के कार्यकर्ताओं को भी चुनावी तैयारियों में जुट जाने का भरपूर समय दे दिया है। ऐसे में बसपा कुछ सीटों पर बेहतर प्रदर्शन कर लोगों को चौका भी सकती है।  

Tags:    

Similar News