UP Politics: पश्चिमी यूपी के दिग्गजों को बीजेपी ने दी अहम जिम्मेदारी, चुनावी पंडितों को भी चौंकाया
Lok Sabha Elections 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बुलंदशहर में रैली और अब राज्यों में प्रभारियों की नियुक्ति से साफ है कि, बीजेपी पूरी तरह चुनावी मोड में आ चुकी है। पार्टी सभी तरह के राजनीतिक समीकरण साधने की कोशिश में है।
BJP Mission 2024: लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पश्चिम उत्तर प्रदेश के दिग्गजों को कई राज्यों का प्रभारी बनाया है। भाजपा ने पश्चिम यूपी के दो राज्यसभा सांसद डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी (Dr. Laxmikant Vajpayee) और विजय पाल तोमर (Vijay Pal Tomar) को झारखंड और ओडिशा का प्रभारी तथा गौतम बुद्ध नगर से गुर्जर चेहरा सुरेंद्र नागर को जाट बाहुल्य हरियाणा का सहप्रभारी बनाया है।
पश्चिम यूपी के इन तीन सांसदों को अहम जिम्मेदारी सौंपकर भाजपा ने यूपी में जातिवाद की राजनीति में बड़ा सियासी संदेश दिया है। डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी यूपी के प्रदेशाध्यक्ष भी रह चुके हैं। उनके पास चुनावी राजनीति का खासा अनुभव है। इस देखते हुए ही उनको ये जिम्मेदारी सौंपी है।
बीजेपी ने चुनावी पंडितों को चौंकाया
इन नेताओं को लोकसभा चुनाव 2024 में अलग-अलग राज्यों का दायित्व सौंपकर पश्चिम यूपी को विशेष वरीयता दी है। वहीं, जाट बाहुल्य राज्य हरियाणा में गुर्जर चेहरा सुरेंद्र नागर को उतारकर चुनावी पंडितों को हैरानी में डाल दिया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जनसंघ नेता राज्यसभा सांसद डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी को झारखंड का प्रभारी बनाया है। वह भाजपा का ब्राह्मण चेहरा माने जाते हैं। भाजपा के क्षत्रिय चेहरे राज्यसभा सांसद विजयपाल तोमर को ओडिशा का प्रभारी बनाया है। वहीं, गौतमबुद्धनगर के गुर्जर नेता सुरेंद्र नागर को जाट बाहुल्य राज्य हरियाणा की कमान सौंपी गई है।
कौन कहां के प्रभारी बने?
डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी पहले भी झारखंड के प्रभारी रह चुके हैं। झारखंड में कांग्रेस सरकार होने से भाजपा के लिए बड़ी चुनौती होगी। वाजपेयी को यहां अपने आप को साबित करना होगा। किसान पृष्ठभूमि से नाता रखने वाले विजय पाल तोमर के सामने भी ऐसे ही हालात होंगे। ओडिशा में भी भाजपा सरकार नहीं है। तोमर को यहां पार्टी के लिए जमीन तैयार करनी होगी। वहीं, हरियाणा की राजनीति में जहां जाट फैक्टर अहम है। वहां भाजपा ने नया प्रयोग करते हुए गुर्जर नेता सुरेंद्र नागर को सह-प्रभारी बनाया है। गुर्जरों को साधने के लिए भाजपा ने नागर को पहले राज्यसभा भेजा और फिर राष्ट्रीय मंत्री भी बनाया। नागर राजस्थान विधानसभा चुनाव में प्रभारी भी रह चुके हैं।
बीजेपी राजनीतिक समीकरण साधने में जुटी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बुलंदशहर में रैली और अब राज्यों में प्रभारियों की नियुक्ति से साफ है कि, बीजेपी पूरी तरह चुनावी मोड में आ चुकी है। पार्टी सभी तरह के राजनीतिक समीकरण साधने की कोशिश में है। यही कारण है कि पश्चिम यूपी के इन तीन दिग्गज नेताओं को राज्यों में प्रभारी बनाए जाने के साथ- साथ जातीय व सामाजिक समीकरणों को साधने का प्रयास किया गया है।