Ghaziabad News: मेरा टिकट पक्का, आपका पता नहीं- गाजियाबाद में बोले सांसद वीके सिंह
Ghaziabad News: भाजपा सूत्रों की माने तो सांसद वीके सिंह पीएम नरेंद्र मोदी के पसंदीदा सांसदों में हैं लेकिन कुछ और भी दावेदार इस बार गाजियाबाद सीट से चुनाव लड़ने की दावेदारी का दवा कर रहे हैं।
Ghaziabad News: गाजियाबाद के सांसद डॉ. वीके सिंह ने अंतरिम बजट-2024 को विकसित भारत का सशक्त बजट माना। इसके सन्दर्भ में उन्होंने कहा कि भारत की आशाओं, आकांक्षाओं, और उम्मीदों को पूरा करने का साधन है, जो नए आधुनिक और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में सुधार करेगा। इस बजट से हर वर्ग के कल्याण, गरीबों के उत्थान, और भारत की गर्वशीलता को बढ़ाने की योजना बनाई गई है, जिससे नये भारत के संकल्प को भी मजबूती मिलेगी।
मोदी सरकार की उपब्धियों पर की चर्चा
इस दौरान सांसद वीके सिंह ने मोदी सरकार की उपब्धियों के बारे में चर्चा की। जब सांसद वीके सिंह से लोकसभा चुनाव लड़ने और उनके टिकट मिलने के बारे में पूछा गया तो उनका जवाब था, 'मैं अपने टिकट को लेकर आश्वस्त हूं, आप कितना आश्वस्त हैं इसका मुझे पता नहीं?" उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए गाजियाबाद से उनको ही टिकट मिलेगा।
गाजियाबाद लोकसभा भाजपा के लिए हॉट सीट है। माना जाता है कि इस सीट पर भाजपा के अलावा और कोई दूसरी पार्टी नहीं जीत सकती है। पिछले 10 साल से वीके सिंह लगातार सांसद बनते आ रहे हैं। वीके सिंह इस बार भी टिकट मिलने को लेकर आश्वस्त हैं। भाजपा सूत्रों की माने तो सांसद वीके सिंह पीएम नरेंद्र मोदी के पसंदीदा सांसदों में हैं लेकिन कुछ और भी दावेदार इस बार गाजियाबाद सीट से चुनाव लड़ने की दावेदारी का दवा कर रहे हैं।
गाजियाबाद में भाजपा के दो गुट आमने - सामने
बता दें कि गाजियाबाद में भाजपा के दो गुट हैं। एक गुट सांसद वीके सिंह का है जबकि दूसरा भाजपा के कुछ विधायकों का है। इस बार एक विधायक और एक राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल भी गाजियाबाद सीट से टिकट पाने की कोशिश में दिल्ली व लखनऊ तक दौड़ लगा रहे हैं। सांसद ने बताया कि उन्होंने अपने क्षेत्र में काफी काम किया है। चिकित्सा को बेहतर करने पर जोर दिया है। जब उनसे पूछा गया कि गाजियाबाद के सरकारी अस्पतालों में अभी भी मरीजों को दिल्ली के लिए रेफर किया जाता है। तो उन्होंने कहा कि सुविधाएं एक सीमित स्तर तक ही हैं। इस कारण मरीजों को दूसरे स्थान पर रेफर किया जाता है। लेकिन फिर भी चिकित्सा के क्षेत्र में काफी कार्य किया गया है।