Ghaziabad News: मोबाइल टावरों में चोरी करने वाले गैंग का पर्दाफाश, करोड़ों का माल बरामद

Ghaziabad News: पुलिस पूछताछ में पकडे गए शातिर अभियुक्त कैफ ने बताया कि उसने दो वर्ष पूर्व बी०ए० प्रथम वर्ष में पढाई छोड दी थी और अपने पिता फुरकान मलिक के साथ उनकी मुस्तफाबाद दिल्ली स्थित कबाड़ की दुकान पर काम करना शुरू किया।

Report :  Neeraj Pal
Update:2024-05-03 17:38 IST

पुलिस कस्टडी में गिरफ्तार अभियुक्त (Pic:Newstrack)

Ghaziabad News: गाजियाबाद क्राइम ब्रांच पुलिस कमिश्ररेट ने दिल्ली एन०सी०आर क्षेत्र, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, बिहार, महाराष्ट्र व मध्य प्रदेश में जियो व एयरटेल के मोबाइल टावरों से बैटरी, आर० आर० यूनिट व अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस चोरी करने वाले शातिर अपराधियों के अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 06 अभियुक्तों को थाना नन्दग्राम क्षेत्र से गिरफ्तार किया। अभियुक्तों के कब्जे से जियो व एयरटेल कंपनी के रेडियो रिसीवर यूनिट, मोबाइल टावरों की बैट्रियाँ, मोबाइल टावर ड्यूप्लैक्सर, आई०डी०यू०, बी०बी०यू०, ओ०डी०यू० व इलेक्ट्रॉनिक डिवाईस तथा चोरी करने में प्रयोग किये जाने वाले उपकरण व घटना करने में प्रयुक्त होण्डा सिटी कार व टाटा मैजिक (छोटा हाथी) गाडी बरामद की है।

पुलिस पूछताछ में पकडे गए शातिर अभियुक्त कैफ ने बताया कि उसने दो वर्ष पूर्व बी०ए० प्रथम वर्ष में पढाई छोड दी थी और अपने पिता फुरकान मलिक के साथ उनकी मुस्तफाबाद दिल्ली स्थित कबाड़ की दुकान पर काम करना शुरू किया। वहां वह शोएब से मिला जिसने उसे मोबाइल टावरों से चोरी की आर०आर०यू० व अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को बेचनेपुलिस पूछताछ में पकडे गए शातिर अभियुक्त कैफ ने बताया कि उसने दो वर्ष पूर्व बी०ए० प्रथम वर्ष में पढाई छोड दी थी और अपने पिता फुरकान मलिक के साथ उनकी मुस्तफाबाद दिल्ली स्थित कबाड़ की दुकान पर काम करना शुरू किया।के लिए कहा और यह भी कहा इस काम में लाखों का फायदा है। कैफ ने मार्केट में पता करके जावेद से सम्पर्क किया। जब माल लेने व देने की पूरी बात हो गयी तो इन लोगों ने मिलकर एक गिरोह बनाया। जिसमे चोरी करने के लिए सुहेल मलिक, वसीम, अल्ताफ व जुबैर तथा मोबाइल टावरों के मेन्टिनेन्स करने वाले इंजीनियर राहुल गोयल इनसे चोरी का माल लेकर कैफ मलिक, सुमित कसाना, मेरठ के नईम व दिल्ली के मेहराजुद्दीन के माध्यम से मुस्तफाबाद दिल्ली के जावेद व उसके भाई वसीम को बेच देते थे।

पकडे गये दूसरे अभियुक्त सुमित कसाना ने बताया वह बी०ए० पास है। चार साल पुलिस भर्ती की तैयारी की। फिर दिल्ली में क्लब में बाउंसर / सिक्योरिटी की नौकरी करने लगा। क्लब में ही उसे जावेद मिला जिसने उसे अपने पास कबाड के काम के लिए रख लिया। वह पिछले 04 वर्षों से जावेद के लिए काम करता है और माल को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाता है। जिसका उसे 5- 10 हजार रू० प्रति चक्कर अलग से मिलते है। तीसरे अभियुक्त राहुल गोयल ने बताया कि उसने रूडकी से बी.टेक. किया है उसका प्लेसमेंट नही हुआ तो प्राइवेट कंपनियों में काम करने लगा। वर्तमान समय में वह सार टेली कंस्ट्रक्शनस प्राईवेट लिमिटेड में बतौर मैनेजर 04 वर्षों से काम कर रहा है। यह कंपनी मोबाइल टावर के मेंटेनेंस का काम करती है। पिछले कुछ समय से उसने पश्चिमी बंगाल, बिहार, मध्य प्रदेश व राजस्थान के ऑपरेशन व मेन्टीनेन्स स्टाफ से मिलकर आर०आर०यू० की चोरी कराकर सुहेल, जुबैर, वसीम, कैफ को देकर लाभ कमा रहा है।

चौथे अभियुक्त शोएब मलिक ने पूछने पर बताया कि वह 12वीं पास है और मुस्तफाबाद में उसका कॉस्मेटिक का होलसेल का काम है। वह सुहेल व कैफ को जानता था। उनके कहने पर वह आर०आर०यू० को खरीदने व बेचने का काम करने लगा। पाँचवा अभियुक्त सुहेल मलिक ने पूछने पर बताया कि वह 12 वीं तक पढ़ा हुआ है। पहले वह दूध का काम करता था। फिर मुस्तफाबाद में कबाड़ का काम करने लगा। वहीं उसकी मुलाकात वसीम अलग, अल्ताफ, जुबैर, शुएब व कैफ से हुई। जिन्होनें उसे मोबाइल टावर से उपकरण चुराने वे बेचने में शामिल कर लिया।

पूछताछ करने पर पकड़े गए अपराधियों ने यह भी बताया कि इन लोगों ने पश्चिमी बंगाल, बिहार महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गाजियाबाद, नोएडा दिल्ली एन०सी०आर० व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर मोबाइल टावरो से रेडियो रिसीवर यूनिट, बैट्री व अन्य कीमती उपकरण चोरी किये है। पूछताछ पर मोबाइल टावरो से रेडियो रिसीवर यूनिट, बैटरी व अन्य कीमती उपकरण चोरी करने वाले अन्य अपराधियों के सम्बन्ध में कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ मिली है। जिसके आधार पर टीमें बनाकर माल बरामदगी व गिरफ्तारी हेतु दबिश दी जा रही हैं।

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