Gorakhpur News: DDU में दीक्षांत समारोह को लेकर छात्र-छात्राओं ने धरती से लेकर कागज पर भावानाओं को उकेरा
Gorakhpur News: प्रदर्शनी का उद्घाटन गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने दीप प्रज्वलन के साथ कैनवस पर रंग, ब्रश द्वारा ‘43’ लिखकर किया।
Gorakhpur News: रंगोली प्रतियोगिता का थीम ‘प्रसन्नता का प्रतिविम्ब’ रखा गया। छात्राओं ने रंगोली के माध्यम से प्रसन्नता के भाव को विभिन्न पहलुओं के द्वारा प्रदर्शित किया। वहीं पोस्टर प्रतियोगिता का थीम ‘रैगिंग एवं साइबर बुल्ल्यिंग के मनोवैज्ञानिक प्रभाव’ था। जहाँ छात्रों ने पोस्टर के माध्यम से इसके दुष्प्रभावों को दिखाया। रिपोर्ट-पूर्णिमा श्रीवास्तव गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर के 43 वें दीक्षांत समारोह के अवसर पर ललित कला एवं संगीत विभाग द्वारा दो दिवसीय ‘सैरा चित्र प्रदर्शनी’ का आयोजन अमृता कला वीथिका में किया गया। प्रदर्शनी का उद्घाटन गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने दीप प्रज्वलन के साथ कैनवस पर रंग, ब्रश द्वारा ‘43’ लिखकर किया।
बतौर मुख्य अतिथि उन्होंने कहा कि ललित कला और संगीत विभाग के छात्र छात्राओं द्वारा सैरा चित्र प्रदर्शन में अत्यंत ही मोहक प्राकृतिक दृश्यों को उकेरा गया है। प्रकृति की सुंदरता सभी को प्रभावित और आकर्षित करती हैं। हम सभी प्रकृति की गोद में पलते और बढ़ते हैं। चित्रकार आदिकाल से ही अपनी कृतियों में प्रकृति का अंकन करता चला आ रहा है। प्रदर्शनी की संयोजिका प्रोफेसर उषा सिंह ने कहा कि सैरा चित्र प्रदर्शनी में कुल 50 नवोदित चित्रकारों के चित्र प्रदर्शित किए गए हैं, जो पूरी तरह से प्राकृतिक सौंदर्य पर आधारित हैं। इस चित्र प्रदर्शनी से ललित कला एवं संगीत विभाग के सभी विद्यार्थियों में बहुत उत्साह है। प्रदर्शनी में जिन चित्रकारों के चित्र प्रदर्शित हुए उनमें विष्णु देव शर्मा, आकाश यादव, देवानंद अनुष्का साहनी, निधि पासवान, सनी निषाद, उज्जमा फातिमा, अंकित पटेल, काजल भारती, बबीता यादव, रूबी पासवान, तृप्ति, अंजना, सुमन कुमारी, मोनिका रावत, प्रियंका गौतम, आदेश राज, विजय शर्मा, ज्योति शर्मा, हर्षिता आर्य, प्रकाश राव, चंदन सिंह, अनामिका कुमारी, शालू सिंह, तुषार सोनकर आदि प्रमुख थे।
प्रसन्नता के भावों को रंगोली के माध्यम से दर्शाया
दीक्षांत समारोह को लेकर मनोविज्ञान विभाग में रंगोली एवं पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। रंगोली प्रतियोगिता का थीम ‘प्रसन्नता का प्रतिविम्ब’ रखा गया। छात्राओं ने रंगोली के माध्यम से प्रसन्नता के भाव को विभिन्न पहलुओं के द्वारा प्रदर्शित किया। वहीं पोस्टर प्रतियोगिता का थीम ‘रैगिंग एवं साइबर बुल्ल्यिंग के मनोवैज्ञानिक प्रभाव’ था। जहाँ छात्रों ने पोस्टर के माध्यम से इसके दुष्प्रभावों को दिखाया। इन प्रतियोगिताओं में विशेष रूप से तहरीम, शिवानन्द, समीक्षा, पल्लवी, सौम्या, रिनी, पलक आदि ने अपना योगदान दिया। मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.धनन्जय कुमार ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से छात्रों में अभिसारी एवं सृजनात्मक चिंतन का विकास होता है। अधिष्ठाता, छात्र कल्याण प्रो अनुभूति दूबे ने छात्रों की प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए कहा कि युवा ही सामाजिक परिवर्तन में अग्रिम भूमिका निभाते हैं, छात्रों में ऐसी गतिविधियों के माध्यम से सामाजिक चेतना का उद्भव होता है।