Gorakhpur News: सीएम सिटी के इस पार्षद ने नहीं ली शपथ, अस्पताल में भर्ती लेकिन जारी रखा आमरण अनशन

Gorakhpur News: बेतियाहाता वार्ड से जीते सपा पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी उर्फ सोनू शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार करते हुए जलभराव को लेकर पिछले पांच दिनों से धरना दे रहे हैं। शनिवार की रात उनकी तबीयत बिगड़ गई तो उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।

Update:2023-05-28 22:40 IST

Gorakhpur News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर में जलभराव बड़ी समस्या है। इसे लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव से लेकर कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी भी तंज कस चुकी है। अब बेतियाहाता वार्ड से जीते सपा पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी उर्फ सोनू शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार करते हुए जलभराव को लेकर पिछले पांच दिनों से धरना दे रहे हैं। शनिवार की रात उनकी तबीयत बिगड़ गई तो उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में भी उनका आमरण अनशन जारी है। उधर, रामगढ़ताल थाने में पार्षद के खिलाफ सरकारी कामकाज में बाधा डालने और जाति सूचक गालियां देने के आरोप में मुकदमा भी दर्ज हो गया है।

पार्षद रुस्तमपुर ढाला से महेवा फलमण्डी तक सिक्सलेन बन रही सड़क के दोनों ओर जलनिकासी के वैकल्पिक निर्माण एवं स्थाई निदान की मांग को लेकर पिछले पांच दिनों से धरने पर है। जिसके चलते उन्होंने शनिवार को शपथ ग्रहण समारोह में भी हिस्सा नहीं लिया।

शपथ ग्रहण समारोह के बाद विश्वजीत त्रिपाठी के खिलाफ रामगढ़ताल थाना में सरकारी कामकाज में बांधा डालने, जाति सूचक गालिया देने और अभद्रता करने के आरोप में एफआईआर दर्ज हो गई है। रामगढ़ताल थाना में विश्वजीत के खिलाफ नामजद एवं उनके साथियों के खिलाफ अज्ञात में आईपीसी की धारा 186,332,504, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अधिनियम की धारा 3(1)(द) और धारा 3(1)(घ) के अंतर्गत एफआईआर दर्ज की गई है। जलकल के महाप्रबंधक द्वारा पुलिस को दी गई तहरीर में बताया गया कि 25 मई को पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी ने जलकल के अवर अभियंता धीरज वर्मा को कॉल कर दक्षिणी बेतियाहाता निवासी रमेश चंद्र पाण्डेय के घर के सामने बारिश का पानी भरा होने की सूचना दी।

मौके पर सक्शन मशीन भेजी गई लेकिन वाहन चालक को मशीन से पानी नहीं निकालने दिया। उल्टे अभद्रता की गई। कुछ समय बाद अवर अभियंता धीरज वर्मा, सहायक अभियंता सत्येस सिंह एवं अन्य निगम अधिकारी मौके पर पहुंचे। बार बार अनुरोध पर पानी नहीं निकालने दिया, सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाई। निगम के अधिकारियों एवं महापौर को भी दूरभाष पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया। देर रात तक जलकल अभियंता मौके पर मौजूद रहे। उन्हें कार्य नहीं करने दिया बल्कि मौके से भगा दिया। उन्होंने अधिकारियों एवं मेरे विरुद्ध अभद्र भाषा और मेरे विरुद्ध जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया।

अस्पताल में आमरण अनशन

दूसरी ओर गुरुवार से अनशन पर बैठे विश्वजीत की शनिवार की रात धरना स्थल पर तबीयत अचानक बिगड़ जाने पर उन्हें आनन फानन में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। पार्षद प्रशासन पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कहते हैं कि नगर निगम के अधिकारी मुद्दे की बात उठाने पर मुकदमा दर्ज करा रहे हैं। जिन नागरिकों के वोट के बल पर पार्षद का चुनाव रिकॉर्ड मतों से जीता हूं, उन्हें डूबने के लिए नहीं छोड़ सकता। जिस समय का मामला बताकर मुकदमा दर्ज किया गया है, उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। कोई भी देखकर कहें कि मैंने जलभराव से निजात के इंतजाम के सिवा कोई और बात की है।

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