Gorakhpur News: प्रभात की मौत पर भाजपा और कांग्रेस की ‘24 कैरेट’ वाली ब्राह्मण राजनीति, दर्द में है इकलौते बेटे को खोने वाला परिवार
Gorakhpur News: लखनऊ में कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान 18 दिसम्बर को संदिग्ध स्थितियों में कांग्रेस यूथ के पूर्व सचिव प्रभात पाठक के निधन के बाद सियासत पूरे चरम पर है।
Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में सहजनवां का देईपार गांव तारीख 20 दिसम्बर, 2024 इकलौते बेटे प्रभात पांडेय को मुखाग्नि देने के बाद पिता दिलीप पांडेय की आंखें आंसुओं से भरी हैं। मां माधुरी जो बेटे की शादी कर बहू का सपना संजोए हुए थी, वह बेसुध है। इक्का-दुक्का गांव वालों के बीच कुछ रिश्तेदार चहल पहल करते दिखते हैं। गुस्सा, बेबसी के साथ बुढ़ापे की लाठी खोने के गम के बीच भाजपा और कांग्रेस के नेता नहीं है, न ही जिंदाबाद-मुर्दाबाद की नारेबाजी। परिवार समझ चुका है कि इकलौता बेटा ‘प्रभात’ नियति के आगे अस्त हो चुका है। अब सिर्फ चिता की आग पर ‘24 कैरेट’ वाली जाति (ब्राह्मण) की राजनीति हो रही है। अभी तक परिवार को कांग्रेस या सरकार की तरफ से कोई मदद भी नहीं मिली है।
लखनऊ में कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान 18 दिसम्बर को संदिग्ध स्थितियों में कांग्रेस यूथ के पूर्व सचिव प्रभात पाठक के निधन के बाद सियासत पूरे चरम पर है। परिवार पूरी तरह सदमे में है। प्रभात के पिता दीपक पांडेय कहते हैं कि मुझे किसी से शिकायत नहीं है। मेरा इकलौता बेटा छोड़ गया, हमारा तो सब मिट गया, खत्म हो गया। सब मेरे कर्मो का दोष है। भगवान यह दिन किसी को न दिखाएं। 19 दिसम्बर को गोरखपुर के कालेसर घाट पर अंतिम संस्कार में पहुंचे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। जिसके बाद अजय राय ने भी जनेऊ दिखाकर ललकारते हुए कहा कि 24 कैरेट का ब्राह्मण हूं। झूठ नहीं बोलता। मेरा कार्यकर्ता मरा है। भाई मरा है। सियायत करने नहीं उसे अंतिम विदाई देने आया हूं। वहीं डिप्टी सीएम बृजेश पाठक भी पहले ही दिन से प्रभात के मौत को लेकर सक्रिय हैं। वह कांग्रेस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए लाश पर राजनीति का आरोप लगा रहे हैं। दरअसल, कांग्रेस और भाजपा भले ही एक दूसरे पर सियायत का आरोप लगाएं लेकिन हकीकत में दोनों दल प्रभात के बहाने राजनीति कर रहे हैं। योगी सरकार पर ब्राह्मण विरोधी होने का आरोप विपक्ष लगाती रही है। ऐसे में कांग्रेस प्रभात पांडेय के मौत के बहाने ये मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहती है। इसीलिए अजय राय के साथ ही राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी मामले में तत्काल टिप्पणी करते हुए दिख रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ भाजपा के ब्राह्मण चेहरों को आगे किया जा रहा है। ताकि 2027 के विधानसभा को लेकर कोई डैमेज नहीं हो। डैमेज से पूर्व ही उसे कंट्रोल करने की कोशिशें चल रही हैं।
नहीं मिली किसी तरह की मदद
हंगामे के बीच कांग्रेस के निर्वतमान प्रदेश अध्यक्ष अजय राय प्रभात पाण्डेय की चिता के समक्ष हाथ जोड़ कर साष्टांग हुए और श्रद्धांजलि दी। श्रद्धांजलि देने के बाद निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि एक परिवार ने अपना बेटा खोया है, कांग्रेस ने अपना कार्यकर्ता और मैने अपना भाई खोया है। दुख की इस घड़ी में पार्टी परिवार के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि पार्टी की ओर से प्रभात के परिजनों को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। लेकिन अभी तक कोई मदद परिवार को नहीं मिली। भाजपा की तरफ से ही संवेदनाएं तो प्रगट की जा रही है लेकिन कोई मदद नहीं मिली है।
राजनीति नहीं हमें न्याय चाहिए
प्रभात पांडेय के चाचा मनीष पांडेय ने कहा कि राजनीति नहीं हमें न्याय चाहिए। हमने अपना बच्चा खो दिया है। उन्होंने कहा कि बुधवार को कांग्रेस कार्यालय से काल आया कि 2 घंटे से उनका भतीजा बेसुध पड़ा था। आनन फानन में अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं मालूम की उसकी मौत कैसे हुई लेकिन वह बेहोश था तो उसे तत्काल अस्पताल ले जाया जा सकता था।
कांग्रेस लाश पर कर रही सियासत, बोले भाजपा विधायक
सहजनवा से भाजपा विधायक प्रदीप शुक्ल ने कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडेय के निधन पर कांग्रेस पर सियासत करने का आरोप लगाया है। विधायक ने कहा है कि एक युवा की मौत पर भी कांग्रेस सियासत से बाज नहीं आ रही है। श्री शुक्ल ने कहा कि कांग्रेस के नेता एक तरफ गलतबयानी तो दूसरी तरफ अपने ही कार्यकर्ता के निधन पर राजनीति कर रहे हैं। कांग्रेस नेतृत्व कम से कम अपने कार्यकर्ता के निधन पर राजनीति न करे। इस मुद्दे पर राजनीति की बजाय कांग्रेस नेताओं को दुख की इस घड़ी में अपने कार्यकर्ता के परिवार के साथ खड़ा होना चाहिए। विधायक ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के प्रदर्शन के दौरान पुलिस की तरफ से कहीं भी लाठीचार्ज नहीं किया गया। पुलिस द्वारा लाठीचार्ज या बल प्रयोग का आरोप पूरी तरह भ्रामक है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार सर्वदा इस मुद्दे को सर्वोपरि रखती है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से कांग्रेस की छद्म राजनीति बेनकाब हो चुकी है। रिपोर्ट बताया गया है कि उनके शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं मिले। सरकार के निर्देश पर पुलिस जांच कर रही है। इस मामले में जो भी दोषी होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।