UP News: दुष्कर्म का फर्जी केस दर्ज करा करती हैं लाखों की वसूली, पुलिस बोली सावधान रहें इस गैंग से

UP News: असल में गोरखपुर मंडल में कुछ महिलाओं का गैंग है, जो न सिर्फ बलात्कार के फर्जी मुकदमे दर्ज कराती हैं, बल्कि गवाही भी देती हैं। ऐसे मामले पिछले दशक भर से हो रहे हैं।

Update: 2024-03-19 02:54 GMT

सांकेतिक तस्वीर (सोशल मीडिया)

UP News: उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले के एक व्यापारी परिवार पर 10 साल पहले दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ था। आरोप था कि पिता ने अपने तीन बेटों के साथ कोठीभार क्षेत्र की एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। मामले ने तूल पकड़ा तो स्थानीय लोगों का परिवार को पूर्व की बेहतर छवि के आधार पर समर्थन मिलने लगा। मामले में पूरा महराजगंज शहर एक दिन विरोध में बंद रहा। पुलिस पर दबाव पड़ा तो जांच में हकीकत सामने आ गई। सभी भाईयों का मोबाइल लोकेशन अलग-अलग मिला तो दबाव पड़ने पर महिला भी मुकर गई। सवाल यह है कि यदि महिला मुकरी नहीं होती, परिवार-समाज का साथ पिता और भाईयों को नहीं मिलता तो उनके सामाजिक मर्दन की भरपाई कैसे होती?

असल में गोरखपुर मंडल में कुछ महिलाओं का गैंग है, जो न सिर्फ बलात्कार के फर्जी मुकदमे दर्ज कराती हैं, बल्कि गवाही भी देती हैं। ऐसे मामले पिछले दशक भर से हो रहे हैं। लेकिन पहली बार पुलिस ने इस मामले में बड़ा पर्दाफाश किया है। रेप का मुकदमा दर्ज कराकर निर्दोष लोगों से लाखों रुपये ऐंठने वाले ऐसे ही एक गैंग पर गोरखपुर पुलिस ने अब चार्जशीट लगाया है। जिसके मुताबिक 4 महिलाओं के गैंग ने निर्दोष लोगों के खिलाफ अलग-अलग थानों पर 11 फर्जी मुकदमे दर्ज कराए हैं। पुलिस के मुताबिक, नफीसा, बिंदावती, सोनी और तारा केस दर्ज कराती तो वहीं अन्य केस में झूठी गवाही देती हैं। नफीसा ने अब तक चार केस दर्ज कराए हैं जबकि बिंदावती ने दो तो सोनी ने तीन केस दर्ज कराया है। सभी मामलों की जांच में पुलिस एफआर लगा चुकी है। जांच में यह सामने आया है कि सोनी ने अपना पता बदल कर तीन थानों में केस दर्ज कराया है। कुछ केस में सोनी कुमारी तो कुछ में कुमारी सोनी के नाम से वादी बनी है। तारा चौहान मुकदमे में गवाह है। सोनी को एससीएसटी के साथ रेप सहित अन्य केस दर्ज कराने में चार लाख रुपये भी सरकार से मिल चुका है।

सिद्धार्थनगर की नफीसा है गैंग की सरगना

गैंग की सरगना सिद्धार्थनगर की नफीसा है। गैंग ने कैम्पियरगंज, बेलघाट, खजनी, बेलीपार और गोरखनाथ में 11 मुकदमे दर्ज कराये हैं। एक मामला फर्जी साबित होने पर विवेचक ने फाइनल रिपोर्ट (एफआर) लगा दी थी तो महिला ने दरोगा पर भी केस दर्ज करा दिया था। आरोपित महिलाओं की संख्या छह थी लेकिन जो वादी मुकदमा हैं, उन्हीं के खिलाफ पुलिस ने अभी चार्जशीट दाखिल की है।

कैम्पियरगंज के खालिद ने खोला मोर्चा, तब खुला मामला

पूरा मामला कैम्पियरगंज निवासी खालिद के प्रयास से खुला। दुष्कर्म के फर्जी मामले में 52 दिन जेल में काटने के बाद खालिद ने महिलाओं के खिलाफ जंग शुरू की। खालिद ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि सिद्धार्थनगर जिले के लोटन क्षेत्र के खीरीडीहा की नफीसा का मायका उसके गांव में है और वह रेप का फर्जी मुकदमा दर्ज कराकर वसूली करने का गैंग चलाती है। नफीसा गैंग लीडर है जबकि बिंदावती, सोनी, तारा चौहान सक्रिय सदस्य हैं। यह गैंगरेप, रेप और एससीएटी जैसी गैंभीर धाराओं में मिथ्या साक्ष्य, झूठे शपथपत्र पर झूठी गवाही के माध्यम से केस दर्ज कराकर धन उगाही करता है। इस गैंग ने अब तक खालिद के अलावा लुटूर, रफाकत, सलीम, सरफराज, शहनवाज, विजय, समीम, सुभाष यादव के खिलाफ केस दर्ज कराया है। गैंग रेप तथा लूट के मुकदमे में आजीवन कारावास कराने की धमकी देकर तथा जेल जाने का भय दिखाकर 15 से 20 लाख रुपये वसूल भी चुका है। पीड़ित खालिद ने बताया कि नफीसा ने 30 जुलाई की शाम को उसके घर आई और धमकी देकर जेल जाने का भय दिखाकर पांच लाख रुपये की मांग की।

खालिद की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर सात अगस्त 2022 को केस दर्ज जांच में जुटी थी। अब पुलिस ने आरोपपत्र दाखिल किया है। पांचवां आरोपित फतेह मोहम्मद को बनाया है। यह उनके लिए वसूली का काम करता था। पुलिस ने फिलहाल गैंग के सदस्यों पर चार्जशीट लगा दी है। कैंपियरगंज के पचमा निवासी खालिद उर्फ जिर्याउरहमान की तहरीर पर नफीसा पत्नी हामिद निवासी खीरीडीहा थाना लोटन जिला सिद्धार्थनगर, बिंदावती पत्नी भुअर निवासी बेतऊवा उर्फ चनऊ थाना बेलीपार, सोनी पुत्री महेन्द्र निवासी जैती थाना बेलघाट, तारा चौहान पत्नी अज्ञात निवासी चक्सा हुसैन पचपेड़वा गोरखनाथ के साथ दो और महिला व कुछ अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज हुआ। पुलिस ने नफीसा, विंदावती, सोनी और तारा के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। ये चारों वादी मुकदमा थी जबकि दो नामजद महिलाओं को बरी कर दिया।

मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत के बाद सक्रिया हुई पुलिस

कैम्पियरगंज के खालिद सहित अन्य को फर्जी केस में जेल काटनी पड़ी। खालिद ने बताया कि वह 52 दिन तक जेल रहा। जबकि सरफराज 45 दिन, रफाकत चार महीने, और सलीम छह महीने तक फर्जी गैंग रेप में जेल में रहे। बाहर निकलने के बाद साक्ष्य जुटाया और पुलिस अफसरों के साथ ही मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत की। इसके बाद मामला गोरखपुर पुलिस के पास पहुंचा। मामला सामने आने के बाद पुलिस महकमे ने जांच के आदेश दिए हैं। एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई की निगरानी में सीओ कैंट ने जांच की तो वहीं बांसगांव सीओ ने अपने यहां के दर्ज मुकदमों की जांच की।

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