Gorakhpur News: दो विधायकों के जान के खतरे के बीच मुख्यमंत्री से बात न मुलाकात, आखिर पक क्या रहा है?

Gorakhpur News: विधायक ने जिन भाजपा नेताओं पर हत्या की सुपारी का आरोप लगाया था, वे गोरखनाथ मंदिर में मुख्यमंत्री से मुलाकात करने में असफल रहे।

Update: 2024-07-22 02:07 GMT

BJP MLA Bahadur Singh, BJP MLA Sarwan Nishad  (photo: social media )

Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के कैम्पियरगंज विधानसभा से भाजपा विधायक फतेह बहादुर सिंह और चौरीचौरा से भाजपा विधायक सरवन निषाद ने प्रशासन से लेकर विरोधियों पर हत्या की साजिश की बात कहते हुए सियासी भूचाल ला दिया है। रोज मीडिया में बन रहीं सुर्खियों के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तीन दिनों से गोरखपुर में हैं। इस दौरान न तो फतेह बहादुर सिंह ने उनसे मुलाकात की, न ही कैबिनेट मंत्री संजय सिंह के विधायक पुत्र सरवन निषाद ने ही। अलबत्ता, सरवन निषाद की तरफ से कहा गया कि वह मुख्यमंत्री योगी से लखनऊ में मुलाकात करेंगे। दूसरी तरफ विधायक ने जिन भाजपा नेताओं पर हत्या की सुपारी का आरोप लगाया था, वे गोरखनाथ मंदिर में मुख्यमंत्री से मुलाकात करने में असफल रहे।

भाजपा विधायक फतेहबहादुर सिंह की हत्या की सुपारी के आरोप के बाद वार्ड सख्या 15 से जिला पंचायत सदस्य सरोजा देवी ने पूरे दिन मुख्यमंत्री से मिलने का प्रयास किया। हालांकि मुलाकात नहीं हो पाई। उन्हें बताया गया कि मंदिर से जब फोन आएगा तब मिलने आइएगा। उधर, पुलिस की जांच में अभी तक कोई उल्लेखनीय प्रगति न होने से अफसरों की चुप्पी जारी है। हालांकि भरोहिया विकास खण्ड के ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि डॉ सुनीता संजय सिंह ने रविवार को सीएम से मिलने का दावा किया। उन्हें सोशल मीडिया पर बयानबाजी से दूर रहने को कहा गया। बता दें कि कैबिनेट मंत्री संजय निषाद और उनके बेटे सरवन निषाद गोरखपुर में ही रविवार को थे। हालांकि फतेह बहादुर सिंह आरोप लगाने के बाद से ही लखनऊ में हैं। उनकी जिला पंचायत अध्यक्ष पत्नी भी सीएम योगी से मिलने नहीं पहुंचीं। बहरहाल, तीन दिन से गोरखपुर में ही रहने के बाद मुख्यमंत्री की पूरे प्रकरण में चुप्पी, और उनकी विवादित बयान देकर सुर्खियां बंटोरने वालों से बनाई की दूरी से सियासी गलियारे में अटकलों का बाजार गर्म है।

योगी ने कहा, लोग कम कर्म के बदले अधिक हाईलाइट होने के प्रयास में रहते हैं

हालांकि गुरुपूर्णिमा के दिन मुख्यमंत्री योगी ने रामकथा के समापन पर जो संदेश दिया, उसे लोग यूपी की सियासत से जोड़ कर देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम जैसा कार्य करेंगे, परिणाम भी उसी के अनुरूप मिलेगा। अच्छा कार्य करेंगे तो अच्छा फल मिलेगा और गलत काम करेंगे तो उसका फल भी हमें ही भुगतना होगा। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए योगी महर्षि वाल्मीकि के संत बनने से पूर्व के जीवन की कथा भी सुनाई और संदेश दिया कि कोई भी गलत काम में हासिल होने वाले पाप में भागीदारी नहीं बनना चाहता है। सीएम योगी ने कहा कि भगवान श्रीराम ने जीवन में मर्यादा को महत्व दिया। हर कार्य की लक्ष्मण रेखा तय की, संबंधों को मर्यादित तरीके से जीना सिखाया। इसी तरह भगवान श्रीकृष्ण ने कर्म की प्रेरणा दी। आज अधिकतर लोग कम कर्म के बदले अधिक हाईलाइट होने के प्रयास में रहते हैं। जबकि भगवान श्रीकृष्ण ने निष्काम कर्म की प्रेरणा दी है। यानी कर्म करो, फल की चिंता मत करो।


बड़ा सवाल यह, आखिर निषाद बिरादरी ही टारगेट पर क्यों?

प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद रविवार को गोरखपुर ही थे। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। बैठक के दौरान विधायक सरवन निषाद की सुरक्षा का मामला भी उठा। इस पर डॉ. संजय निषाद ने कहा कि देश भर में निषादों के बड़े नेता टार्गेट पर हैं। इस मामले में पुलिस के अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं। उन्होंने कहा कि आखिर किस शिकायत के आधार पर विधायक को सुरक्षा दी गई थी। और अब ऐसा क्या हुआ कि सुरक्षा वापस ले ली गई। अधिकारियों को इस पर मसले पर सार्वजनिक रूप से खुलकर बताना चाहिए।

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