VIDEO: हाॅॅस्पिटल में बुखार से तड़पती रही मासूम, कंधे पर लादकर चक्कर लगाता रहा बाप
फिरोजाबाद: यूपी में स्वास्थ्य विभाग की संवेदनाएं शून्य हो गई हैं। मिर्जापुर में सितंबर महीने के दूसरे हफ्ते में एक गर्भवती महिला और उसके होने वाले बच्चे की मौत हो गई थी। महिला केे ससुर ने उसे गोद में उठाकर हॉस्पिटल में बहुत संघर्ष किया था लेकिन उसकी फरियाद किसी ने नहीं सुनी थी।
इस घटना के महज एक महीने बाद ही स्वास्थ्य विभाग का एक और मामला सामने आया है। फिरोजाबाद में बुखार से परेशान 12 साल की एक बच्ची को इलाज के लिए परिजन अपने कंधे पर उठाकर 1 घंटे तक घूमते रहे। लेकिन उनको न तो एम्बुलेंस मिली, न ही स्ट्रेचर और न ही इलाज। शुक्र बस यह है कि अभी तक बच्ची जीवित है।
-फिरोजाबाद जिला चिकित्सालय की इमरजेंसी में बुखार से पीड़ित 12 साल की बच्ची साधना काेे इलाज के लिए उसके परिजन लाए।
-परिजन मिथलेश और रमेश कुमार को हॉस्पिटल कर्मियों के रवैये से बहुत परेशानियां हुईं।
-इमरजेंसी से 800 मीटर दूर एक दम सूनसान में बने वार्ड तक बच्ची को ले जाने के लिए न तो स्ट्रेचर मिला न एम्बुलेंस।
-परिजन कंधे और अपनी गोद में लादकर ले गए।
-जबकि बच्ची के गुलूकोज की बोतल भी चढ़ रही थी।
-पीड़ित परिवार के चेहरे पर गुस्सा निराशा साफ दिखाई दी।
-परिवार ने जब डॉक्टर से कहा की हम बच्ची को वार्ड तक कैसे ले जाएं तो डॉक्टर ने कहा जैसे लाये हो वेसे ही ले जाओ।
-हालात गंभीर होने पर बाद में इस बच्ची साधना को आगरा मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया।
-परिवार बच्ची को कंधे पर ही लटकाकर ले गया।
-मुख्य चिकित्सा अधीक्षक अब जांच करने की बात कह रहे हैं।
क्या बोले बच्ची के रिश्तेदार
बच्ची की हालत गंभीर है हम यहां दिखाने इमरजेंसी में लाये तो उन्होंने कहा कि वार्ड में ले जाओ जब एम्बुलेंस और स्ट्रेचर नहीं मिला तो डॉक्टर ने कहा कि गोदी में ही ले जाओ।
अजय शुक्ला, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक,
ऐसा मामला मेरे संज्ञान में नहीं है यदि ऐसा हुआ है तो में इसकी जांच कराकर कार्यवाही की जाएगी।
आगे की स्लाइड्स में देखें वीडियो...