यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की इस पहल से चौंक जाएंगे आप

प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज उत्तर प्रदेश क्षय निवारक संस्था एवं रेडक्रास सोसायटी के सदस्यों से राजभवन में भेंट की। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2025 तक टी0बी0 मुक्त भारत का लक्ष्य रखा है।

Update: 2019-08-14 16:12 GMT

लखनऊः प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज उत्तर प्रदेश क्षय निवारक संस्था एवं रेडक्रास सोसायटी के सदस्यों से राजभवन में भेंट की। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2025 तक टी0बी0 मुक्त भारत का लक्ष्य रखा है। क्षय निवारण संस्था तथा रेडक्रास सोसायटी संकल्प के साथ निर्धारित वर्ष से पूर्व ही उत्तर प्रदेश को टीबी मुक्त प्रदेश बनाने में सहयोग करें।

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उन्होंने घोषणा की कि टीबी रोग से ग्रसित 10 बच्चों को गोद लेंगी तथा उनके स्वास्थ्य, दवा और कुपोषण को दूर करने में सहयोग करेंगी। उन्होंने कहा कि गोद लेने का तात्पर्य यह नहीं है कि उसे परिवार से अलग किया जायेगा बल्कि बच्चा परिवार के साथ ही रहेगा लेकिन उसको रोग मुक्त करने में सहयोग के साथ नियमित अनुश्रवण किया जायेगा। उन्होंने कहा कि धर्म, वर्ग, सम्प्रदाय के आधार पर नहीं बल्कि भारत का नागरिक समझ कर सेवा करें।

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राज्यपाल ने कहा कि जनपदों में जिलाधिकारी के स्तर से 18 वर्ष से कम आयु के टीबी रोग से ग्रसित बच्चों की सूची बनाई जाये। विश्वविद्यालय, कालेज, स्वयंसेवी संगठनों व आम जनता द्वारा टीबी रोग से ग्रसित बच्चों को गोद लेकर उनका इलाज कराया जायेगा। कुछ लोग सामाजिक डर से ही रोग की जांच नहीं कराते हैं। टीबी रोग से ग्रसित बच्चे व कुपोषित गर्भवती महिलाओं को सरकारी योजनाओं की जानकारी हो जिससे वे लाभान्वित हो सकते हैं। ऐसे लोगों को जागरूक करके इलाज कराने के लिये प्रेरित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय, कालेज, संस्थायें आदि मिलकर काम करेंगी तो टीबी रोग जल्द सामाप्त हो जायेगा।

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आनन्दी बेन पटेल ने गुजरात और मध्य प्रदेश में बच्चों और महिलाओं के विकास कार्यों के अनुभव को भी साझा किया। उन्होंने बताया कि कैसे पुलिसकर्मियों को रोगी और कुपोषित बच्चों की सहायता के लिये प्रेरित किया जिससे रोगी सेवा के साथ-साथ गाँव में पुलिस के नियमित रूप में आने जाने से पुलिस मित्र बनी। इससे बेटियों के प्रति अभद्र व्यवहार पर भी रोक लगेगी। समाज में सेवा की प्रकृति है, उसे प्रोत्साहित करके आगे लाने की जरूरत है। जन-प्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्र में सेवा के माध्यम से बदलाव लायें। उन्होंने कहा कि महिलायें भी अच्छा कार्य कर सकती हैं, उन्हें स्वयं आगे आना चाहिए।

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