कोरोना काल में बेमिसालः ये जिला आया परिवार नियोजन में अव्वल
इस पखवाड़े में हमीरपुर में 47 महिलाओं ने नसबंदी ऑपरेशन कराया। जबकि बांदा में 4, चित्रकूट में 30 और महोबा में 35 महिलाएं ही नसबंदी की सुविधा प्राप्त की।
हमीरपुर: 11 से 31 जुलाई तक संपन्न हुए जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े के तहत परिवार नियोजन से जुड़े कार्यक्रमों में हमीरपुर ने मण्डल में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। पुरुष नसबंदी पर गौर करें तो पूरे मण्डल में पांच पुरुषों ने नसबंदी कराई है। जिसमें अकेले हमीरपुर से ही चार पुरुष हैं। परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों के वितरण में भी जनपद ने सभी जनपदों से कहीं ज्यादा लोगों तक पहुंच बनाने में सफलता पाई।
जिले ने बाकी जनपदों को पछाड़ कर प्राप्त किया प्रथम स्थान
कोरोना संक्रमण काल में 11 से 31 जुलाई तक संपन्न हुए जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े में जनपद ने मण्डल के चित्रकूट, बांदा और महोबा जनपद से कहीं बेहतर प्रदर्शन करते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इस मुश्किल वक्त में स्वास्थ्य कर्मियों की लगन और मेहनत के कारण ही इस साल जनपद ने इस पखवाड़े में परिवार नियोजन से जुड़े कार्यक्रमों में अच्छा प्रदर्शन किया है।
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परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. रामअवतार ने बताया कि जनपद में कोविड काल में सिर्फ आधा दर्जन स्थानों पर महिला नसबंदी की सुधिवा दी जा सकी। इस पखवाड़े में हमीरपुर में 47 महिलाओं ने नसबंदी ऑपरेशन कराया। जबकि बांदा में 4, चित्रकूट में 30 और महोबा में 35 महिलाएं ही नसबंदी की सुविधा प्राप्त की। पूरे मण्डल में 116 नसबंदी हुए।
पुरुष नसबंदी में भी हमीरपुर अव्वल
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पुरुष नसबंदी के मण्डल में 5 ऑपरेशन हुए। जिसमें हमीरपुर में 4 और बांदा में एक पुरुष ने ऑपरेशन कराया। इसके अलावा जनपद में 1012 महिलाओं ने कॉपर टी लगवाने में रुचि दिखाई। बांदा में 332, चित्रकूट में 398 और महोबा में 452 महिलाओं ने ही कॉपर टी में दिलचस्पी दिखाई। प्रसव पश्चात 196 महिलाओं को जनपद में कॉपर टी लगाई गई। गर्भनिरोधक के अस्थाई साधन के रूप में 150 महिलाओं ने अंतरा इंजेक्शन लगवाकर अपना पंजीकरण कराया।
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अंतरा के सर्वाधिक पंजीकरण बांदा में 288 हुए। चित्रकूट में 180 और महोबा में 161 महिलाओं ने अंतरा इंजेक्शन के प्रति इच्छा जताई। इसके अलावा 6928 महिलाओं ने माला ए और छाया टेबलेट पर भरोसा किया। बांदा में 4204, महोबा में 5646 और चित्रकूट में 6151 महिलाओं ने इन अस्थाई गर्भनिरोधक साधनों के प्रति विश्वास व्यक्त किया।
रिपोर्ट- रविंद्र सिंह