लोस के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष का पहला टकराव हमीरपुर उपचुनाव
लोकसभा चुनाव के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच टकराव की पहली परीक्षा हमीरपुर विधानसभा सीट का उपचुनाव होगा। वैसे तो प्रदेश 13 सीटों पर उपचुनाव होना है पर चुनाव आयोग ने फिलहाल हमीरपुर विधानसभा सीट पर ही उपचुनाव की घोषणा की है।
श्रीधर अग्निहोत्री
लखनऊ: लोकसभा चुनाव के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच टकराव की पहली परीक्षा हमीरपुर विधानसभा सीट का उपचुनाव होगा। वैसे तो प्रदेश 13 सीटों पर उपचुनाव होना है पर चुनाव आयोग ने फिलहाल हमीरपुर विधानसभा सीट पर ही उपचुनाव की घोषणा की है। इसकी अधिसूचना बुधवार यानी की 28 अगस्त को जारी की जाएगी।
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बतातें चलें कि हमीरपुर से भाजपा विधायक अशोक कुमार चंदेल को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने 26 जनवरी 1997 को पांच लोगों की गोली मारकर हत्या के मामले में इस साल अप्रैल में उम्रकैद की सजा सुनाई थी। इसके बाद उनकी विधानसभा की सदस्यता समाप्त हो गई थी। इसी के चलते इस विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है।
जेल में सजा काट रहे अशोक सिंह चंदेल यहां से चार बार विधानसभा का चुनाव जीते और एक बार बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर सांसद चुने गए। अशोक सिंह चंदेल का राजनीति 1989 में शुरू हुआ था। जब वो निर्दलीय चुनाव जीते और यूपी विधानसभा के सदस्य बनकर सदन पहुंचे थें। इसके बाद. फिर 1993 में जनता दल के टिकट पर विधायक बने।
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इसके बाद साल 1996 में हुए विधानसभा चुनाव में हार मिली थी। उसके बाद साल 1999 में बसपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव में जीत हासिल हुई। 2012 में एक बार. फिर समाजवादी पार्टी से विधायक बने । बाद में वह भाजपा में शामिल हो गए और कमल के निशान पर 2017 में भाजपा के विधायक बने। 2017 के विधानसभा चुनाव में हमीरपुर सीट पर भाजपा के अशोक कुमार सिंह चंदेल ने सपा के मनोज कुमार प्रजापति को 48655 मतों से हराया था।
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हमीरपुर में मतदान 23 सितंबर को होगा जबकि 27 सितंबर को मतगणना शुरू हो जाएगी। हमीरपुर में विधानसभा उप चुनाव की तारीख घोषित होने के कारण 28 अगस्त से अधिसूचना लागू हो जाएगी। 28 अगस्त से ही नामांकन शुरू होगा। चार सितंबर तक नामांकन होगा। इसके बाद पांच सितंबर तक नामांकन पत्रों की जांच होगी। नाम वापसी का अंतिम दिन सात सितंबर है। 23 सितम्बर को मतदान होने के बाद 27 सितम्बर को चुनाव परिणाम घोषित किया जाएगा।