Hapur News: साइबर ठगी से यूं बचे नगर सीओ, घटना लोगों के लिए हो सकती है सीख
Hapur News: अभी तक आम जनता को ठगी का शिकार बनाने के नए-नए हथकंडे अपनाते रहे साइबर ठग अब थाना प्रभारी और सीओ रैंक के अधिकारियों को निशाने पर ले रहे हैं।
Hapur News: साइबर ठग अब बेखौफ होते जा रहे हैं। अभी तक आम जनता को ठगी का शिकार बनाने के नए-नए हथकंडे अपनाते रहे साइबर ठग अब थाना प्रभारी और सीओ रैंक के अधिकारियों को निशाने पर ले रहे हैं। ऐसे ठग पुलिस के अधिकारियों को ठगने की नई-नई तरकीब निकाल रहे हैं। साइबर ठगो नें इसे पूर्व भी जनपद में तैनात गढ़ सर्किल के सीओ आशुतोष शिवम की दो दिन के भीतर दो फर्जी आईडी बनाई थी। एक आईडी में अजय नाम लिखकर प्रोफाइल पर सीओ आशुतोष शिवम का फोटो लगाया गया था। जबकि दूसरे में फेसबुक प्रोफाइल में आशुतोष शिवम के नाम के साथ वर्दी पहने हुए उनकी फोटो अपलोड की थी । हालांकि साइबर सेल ने मामले में जांच के लिए निर्देशित किया था और लोगों से अपील की थी कि ऐसी किसी भी फेसबुक आईडी पर भरोसा ना करें। मगर अब ताजा मामला जनपद हापुड़ के सीओ सिटी से जुड़ा हुआ है। उनके साथ साइबर ठगी की एक नाकाम कोशिश की गई है। सीओ वरुण मिश्रा की सतर्कता और सावधानी ने उन्हें ठग जाने से बचा लिया है।
सीओ के साथ हुई थी यह घटना
जानकारी के मुताबिक, नगर के सीओ वरुण मिश्रा के पास एक प्राइवेट नंबर से कॉल आई। जो सीयूजी नंबर पर की गई थी। कॉलर ने उनसे कहा कि आपका फोन नंबर दो घंटे में बंद होने वाला है।परेशानी से बचने के लिए जैसे जैसे बताया जाए वैसी जानकारी साझा करते रहना है। उसकी बात सुनकर सीओ वरुण मिश्रा सोचने लगे की सीयूजी नबर तो कभी बंद नहीं होता है। इसी बात से उन्हें फोन करने वाला साइबर ठग है इस बात की जानकारी मिली। जिसके बाद उन्होंने कॉलर का फोन काट दिया।
सतर्कता और सावधानी से ही बचाव
सीओ वरुण मिश्रा ने कहा कि मेरे साथ हुई ये घटना कई लोगों के लिए सीख हो सकती है। आए दिन जिस तरह से साइबर ठग लोगों को अपने जाल में फंसाकर उन्हें ठगने की कोशिश कर रहे हैं, ऐसे में सतर्कता और सावधानी ही बचाव का एकमात्र उपाय नजर आता है। यदि आप सावधान नहीं हैं तो जरा सी भी चूक से आपकी मेहनत की कमाई लुट सकती है। किसी भी तरह के अनजान कॉलर के नंबर से आने वाली कॉल को रिसीव करते वक्त ध्यान रखें कि वो क्या चाहता है। शक होते ही उसकी शिकायत साइबर थाने या https://www.sancharsaathi.gov.in/sfc/Home/sfc-complaint. वेबसाइट पर दर्ज कराएं।