Hapur News: पानी बचाने के लिए इंदौर निवासी ने कसी कमर, गांव शहरों में जागरूक कर दिलाई शपथ
Hapur News Today: मध्यप्रदेश के इंदौर के राजवाड़ा खजूरी बाजार निवासी रोमी ने बताया कि देश के कई राज्यों में जल स्थिति बेहद ही चिंता का विषय बनी हुई है।;
Hapur News Today Indore Resident Took Oath to Create Awareness in Villages and Cities to Save Water
Hapur News in Hindi: जल बचाने के लोगों को जागरूक करने का काम मध्य प्रदेश के इंदौर निवासी रोमी ने इसे मिशन बनाया है। इसके लिए वह 5वीं बार भजन यात्रा पर निकले हैं। भजन यात्रा के माध्यम से वह जगह-जगह, कस्बों और शहर में रूककर लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं। अयोध्या में स्थित रामलला के दर्शन करने के बाद शनिवार को रोमी तहसील चौपला पर रूके थे और भजनों के माध्यम से जल बचाने के लिए लोगों को जागरूक कर रहे थे।गणतंत्र दिवस पर वह लाल किला पर पहुंचकर कार्यक्रम में भाग लेंगे।
रोमी नें पानी बचाव के लिए बताई यह बात
मध्यप्रदेश के इंदौर के राजवाड़ा खजूरी बाजार निवासी रोमी ने बताया कि देश के कई राज्यों में जल स्थिति बेहद ही चिंता का विषय बनी हुई है। इसके लिए विशेषज्ञों ने गहरी चिंता व्यक्त करते हुए जल बचाने के लिए लोगों को जागरूक होने की बात कही है। विशेषज्ञों ने इंदौर में भी वर्ष 2028-29 में स्थिति बिगड़ने की बात कही थी। इसके बाद उन्होंने जल बचाने की मुहिम को शुरू करने का मन बनाया था।
इसके बाद वर्ष 2015 में पहली बार वह साइकिल पर सवार होकर महाराष्ट्र के शिरडी तक यात्रा पर निकले। करीब 400 किलोमीटर से अधिक की यात्रा करने के बाद जहां-जहां पर ठहरे, वहां पर उन्होंने भजनों के माध्यम से लोगों को जल बचाने के लिए प्रेरित किया। जिसमें लोगों को बताया गया कि यदि जल बचेगा तो कल बचेगा। इसलिए आने वाली पीढ़ी के लिए जल को बचाना बेहद आवश्यक है। इसके बाद उन्होंने 2021 में दो पहिया वाहन से इंदौर से शिरडी तक की दूसरी यात्रा की। तीसरी यात्रा उन्होंने 2022 में इंदौर से शिरडी वाया महाराष्ट्र के लिए की थी। चौथी यात्रा 2024 अक्टूबर में ही इंदौर से सालासर बालाजी और खाटू श्याम के लिए की थी।
हापुड़ की जनता को किया जागरूक
अब पांचवीं यात्रा इंदौर से उत्तर प्रदेश के अयोध्या तक के लिए की। अभी तक करीब एक हजार से अधिक किलोमीटर का सफर तय करने के बाद शनिवार को वह हापुड़ पहुंचे हैं। यहां पर तहसील चौपला पर उन्होंने लोगों को भजनों के माध्यम से जल का महत्व बताया और उसे बचाने का अनुरोध किया।