Hapur News: SP व ASP को हटने के बाद के DGP बोले व्यावसायिक मामलों में जाँच के बाद हो FIR

Hapur News: डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि व्यापारिक और व्यवासयिक विवादों में FIR दर्ज करने से पहले प्रार्थना पत्रों की जांच होनी चाहिए।

Report :  Avnish Pal
Update: 2024-07-19 08:28 GMT

Hapur News (Pic: Newstrack)

Hapur News: यूपी के जनपद हापुड़ में पिलखुवा के रामा मेडिकल कॉलेज का विवाद गर्माता जा रहा है। अब महिला मरीज के बेटे ने रामा मेडिकल कॉलेज के सीएमएस के खिलाफ धक्के देकर बाहर निकलवाने और अभद्रता करने का आरोप लगाते हुए पिलखुवा कोतवाली में तहरीर दी है। हालांकि, इस मामले अभी एफआईआर दर्ज नहीं हो पाई है।

सिविल मामलों में FIR कराने का चलन बढ़ा

इस बीच यूपी पुलिस के मुखिया नें एक बयान जारी किया है। डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि व्यापारिक और व्यवासयिक विवादों में FIR दर्ज करने से पहले प्रार्थना पत्रों की जांच होनी चाहिए। सिविल के मामलों को आपराधिक रंग देने के लिए FIR कराने का चलन बढ़ा है। वहीं, उद्यमियों, बिल्डर, फैक्ट्री, होटल, नर्सिंग होम, शैक्षिक संस्थानों के खिलाफ मिलने वाले प्रार्थना पत्रों पर जाँच के बाद मुकदमा दर्ज किया जाए।

महिला के पुत्र ने थाने में दी तहरीर

जिला बिजनौर के चांदपुर के जावेद ने थाने में तहरीर दी है। जिसमें बताया कि उसकी माता जुबैदा का आयुष्मान कार्ड बना हुआ है। उपचार के लिए लिय उसने 25 जून को माता को थाना पिलखुवा के एनएच-09 स्थित रामा अस्पताल में भर्ती कराया था। जांच के दौरान चिकित्सकों ने बताया कि जुबैदा की रीढ़ की हड्डी के पास ट्यूमर है। जिसका आपरेशन करना पड़ेगा। 13 दिन पहले चिकित्सकों ने आपरेशन के बाद ट्यूमर को बाहर निकाला था। आपरेशन के बाद से महिला के शरीर से रक्तस्त्राव बंद नहीं हुआ। मंगलवार को परिजनों ने उपचार में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए महिला की छुट्टी करने की बात की तो चिकित्सक मनमानी करने लगे। उन्होंने महिला को अस्पताल से भेजने से इनकार कर दिया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। अस्पताल में दारोगा, कोतवाल व पिलखुवा के सीओ से अभद्रता की गई।


सीओ पर भी गिर सकती है गाज

इस केस में अब तक एसपी अभिषेक वर्मा, एएसपी राजकुमार अग्रवाल, पिलखुवा कोतवाल हटाया जा चुका हैं। वहीं, मेडिकल सुपरींटेंडेंट से रिजाइन लिया जा चुका है। यहां नए मेडिकल सुपरींटेंडेंट की नियुक्ति हो गई है। स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। आपको बता दे कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में सीओ पिलखुवा स्तुति सिंह खाकी के अमले के साथ कॉलेज परिसर में जाते नजर आ रही है। चर्चा है कि जल्द ही सीओ पर भी गाज गिर सकती है।

16 जुलाई की घटना पर रामा अस्पताल एवं रिसर्च सेंटर हापुड़ का आधिकारिक बयान में कहा कि गलत खबर फैलाई जा रही है कि चांदपुर निवासी मरीज जुबैदा के साथ हमारे अस्पताल में अच्छा व्यवहार नहीं किया गया। मरीज 24 जून से हमारे अस्पताल में भर्ती है और उसका अच्छा इलाज किया गया, हमने मरीज का अच्छा इलाज किया इसके अलावा हमने 2 यूनिट ब्लड और 4 यूनिट प्लाज्मा और अन्य दवाएं बिल्कुल मुफ्त दी हैं। लेकिन कुछ लोग झूठी खबर फैला रहे हैं कि उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया गया वे मरीज के अटेंडेंट द्वारा 112 पर कॉल करने के बाद हमारे अस्पताल आए। हमारे मेडिकल सुपरिंटेंडेंट रिटायर्ड मेजर जनरल सी एस अहलूवालिया जो एक डॉक्टर हैं, ने पुलिसकर्मियों से मरीज की मौजूदा स्थिति और इलाज के बारे में चर्चा की और जानकारी दी। उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सामने विनम्रता से घटना पर चर्चा की और इसे सुलझाया।

लेकिन इससे हमारी छवि खराब हुई है क्योंकि हम अच्छी मेडिकल प्रैक्टिस करते हैं और हमने कोविड काल में पुलिस के साथ मिलकर काम किया है और हम भविष्य में भी पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर काम करते रहेंगे। मीडिया में फैलाई जा रही कोई भी अन्य खबर गलत है और हमारे आधिकारिक बयान के अलावा सभी खबरों की निंदा करते हैं।

Tags:    

Similar News