Operation Mukti: एसपी शुरू करेंगे "ऑपरेशन मुक्ति" अभियान, भीख मांगने वाले बच्चों को मिलेगा ज्ञान
Hapur News: आर्थिक रूप से निर्बल, बेसहारा बच्चों को भिक्षावृत्ति के मार्ग से हटाकर शिक्षा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करने की पहल की. इस मिशन को “ऑपरेशन मुक्ति” का नाम दिया गया।
Hapur News: यूपी के जनपद हापुड़ में बच्चों की भिक्षावृत्ति के खिलाफ पुलिस द्वारा ‘ऑपरेशन मुक्ति’ अभियान चलाया जाए जाने का प्लान तैयार किया जा रहा है। अभियान के तहत सड़कों पर भिक्षा मांगने वाले बच्चों को भिक्षा से हटाकर शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ना है। आर्थिक रूप से निर्बल, बेसहारा बच्चों को भिक्षावृत्ति के मार्ग से हटाकर शिक्षा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करने की पहल की. इस मिशन को “ऑपरेशन मुक्ति” का नाम दिया गया।
भिक्षावृत्ति करने वाले बच्चे का क्या है कहना
सजीव (काल्पनिक नाम) ने बताया कि उसके माता पिता बचपन में ही चल बसे थे। सजीव ने बताया कि वह कहीं काम भी नहीं कर सकता है। क्योंकि उसकी उम्र काफी कम है ,उससे आधार कार्ड मांगा जाता है जो उसके पास नहीं है। उनका घर नहीं है, उन्हें फुटपाथ पर ही सोना पड़ता हैं। एक एनजीओ के कुछ लोग पढ़ाने आते है। तो पढ़ने लगता हूँ। सजीव ने कहा कि वह भी आपकी तरह पढ़ लिखकर कुछ बनना तो चाहता हूँ, लेकिन उसके हालात उसे भीख मांगने पर मजबूर करते हैं।
पहले भी चलाया गया था यह अभियान
साल 2018 में हापुड़ पुलिस द्वारा ऑपरेशन मुक्ति अभियान चलाया गया था, जिसमें सड़कों पर भीख मांगने वाले बच्चों का सत्यापन कर उन्हें भीख मांगने से रोका गया और शिक्षा के प्रति जागरूक किया गया. कई बच्चों के सरकारी स्कूलों में दाखिले भी करवाए गए।
पैसों के चक्कर मे भिक्षावृत्ति धकेले जा रहे है बच्चे
बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष अभिषेक त्यागी का कहना है कि जो बच्चे सड़कों पर भीख मांग रहे हैं। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा इनके माता-पिता को समझाने की बहुत बार कोशिश की थी। लेकिन थोड़े से पैसे के चक्कर में बच्चों को भिक्षावृत्ति में धकेला जा रहा है। हमें सोचना होगा कि कैसे हम इस बुराई से लड़े।
भिक्षा ना देकर, शिक्षा के प्रति करे जागरूक
वहीं समाजसेवी पूजा महेश का कहना है, कि सबसे पहले हम सभी लोगों को यह समझना होगा कि बच्चों को भिक्षा नहीं देनी है। अगर उनके लिए कुछ करना है तो हम उन्हें जितना हो सके शिक्षा के प्रति जागरूक करें और कोशिश करें कि अपनी जिंदगी में कम से कम एक ऐसे बच्चे को जरूर पढ़ाने की कोशिश करें।
भीख मांगना है कानूनी अपराध ?
भिक्षावृत्ति निवारण अधिनियम के तहत भिक्षावृत्ति करने वाले को पहली बार मांगते पकड़े जाने पर 2 वर्ष और दूसरी बार में पकड़े जाने पर 10 साल की सजा का प्रावधान है। इस कानून को लागू कर भिक्षावृत्ति रोकने की जिम्मेदारी पुलिस के साथ सामाजिक न्याय विभाग और बाल संरक्षण आयोग की भी है।
एसपी ने जल्द टीम गठित कर अभियान चलाने के दिये निर्देश
एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि,एनजीओ द्वारा हमें जानकारी दी थी कि बच्चों के अलावा शहर के चौराहों और बाज़ारों में वयस्क भी भीख मांगते हैं। सार्वजनिक स्थानों पर अब मासूम भीख नहीं मांग सकेंगे। पुलिस ने भिक्षावृत्ति रोकने के लिए विशेष अभियान शुरू किया है। इसके तहत सड़कों व चौराहों पर भीख मांगने वाले मासूमों की पहचान की जाएगी। साथ ही भिक्षावृत्ति कराने वाले लोगों पर भी नजर रखी जाएगी।