Hapur News: कार्तिक पूर्णिमा मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को पुख्ता बंदोबस्त, आसमान से जमीन तक होगी निगरानी

Hapur News: तीर्थंनगरी गढ़मुक्तेश्वर में कार्तिक पूर्णिमा मेले की शुरूआत हो चुकी है। मेले की शुरुआत होते ही गढ़ खादर क्षेत्र में अस्थाई तंबुओं की नगरी बस गई है। श्रद्धालु गढ़ गंगा मेले में पहुंच चुके हैं।

Report :  Avnish Pal
Update: 2023-11-23 12:37 GMT

हापुड़ में कार्तिक पूर्णिमा मेले में सुरक्षा को पुख्ता बंदोबस्त (न्यूजट्रैक)

Hapur News: तीर्थंनगरी गढ़मुक्तेश्वर में कार्तिक पूर्णिमा मेले की शुरूआत हो चुकी है। मेले की शुरुआत होते ही गढ़ खादर क्षेत्र में अस्थाई तंबुओं की नगरी बस गई है। अब तक करीब आठ लाख से अधिक श्रद्धालु गढ़ गंगा मेले में पहुंच चुके हैं। पुलिस प्रशासन भी सुरक्षा को लेकर चौकसी बढ़ा दी है। ऐतिहासिक पौराणिक गढ़ गंगा खादर मेले में आठ लाख से भी अधिक श्रद्धालुओं ने टेंट तंबू में अपना पड़ाव डाल लिया है। जिससे गंगा का तटीय मैदान रंग बिरंगी छटा बिखेरते हुए रोशनी की झिलमिल से गुलजार हो रहा है।

30 से 35 लाख श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर रहेंगे पुख्ता इंतजाम

वहीं, एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि यह मेला लगभग पांच हजार वर्ष पुराना है।यह महाभारत कालीन मेला है। जिस कारण से पश्चिम यूपी, हरियाणा ,राजस्थान, एवं दिल्ली जैसे राज्यों में बहुत ही प्रशिद्ध मेला है और इसमे हर वर्ष आने वाले श्रद्धालुओं की सख्या हर वर्ष बढ़ती जाती है। इस वर्ष अनुमान के अनुसार 30 -35 लाख श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए यहाँ आएंगे। जिसमें से कुछ श्रद्धालु लगभग 12 दिन के लिए अपने परिवार के सहित गंगा के खादर क्षेत्र में आकर के बसते है।ऐसे में बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है कि पुलिस व्यवस्था मेला क्षेत्र में चाक चौबंद रहे।

22 थानों की सुरक्षा में रहेंगे श्रद्धालु

इस मेला जोन को दो सुपर जोनों में डिवाइड किया है. जिसमें एक बृजघाट जोन आता है. दूसरा मेला क्षेत्र जोन आता है। इसके लिए लगभग 22 पुलिस थानों के साथ-साथ वहाँ पर लगभग 2200 पुलिसकर्मी तैनात किए गए है। मेला क्षेत्र में एक अस्थायी पुलिस लाइन का भी गठन किया गया है। जिसमे सभी तरीके की सुविधा है ।जो कि एक नॉर्मल पुलिस लाइन में उपलब्ध होती है। उसी तरीके की सुविधा में उपलब्ध कराई है।

150 कैमरों की निगरानी में रहेगा मेला

मेला क्षेत्र में निगरानी रखने हेतु एक मेला कंट्रोल रूम का गठन किया गया है।जिसमे 150 सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से हम लोग मेला क्षेत्र और उसके आसपास के क्षेत्र पर नजर रख रहे है। साथ ही साथ ड्रोन की तकनीक का भी इस्तेमाल करते हुए गंगा के तटीय इलाकों का एवं ऐसे इलाको में जहाँ मेला क्षेत्र में लोग बसे हुए है।उनके ऊपर भी निगरानी रखी जा रही है। मेला क्षेत्र में आने जाने वाले लोगों की चेकिंग के लिए पर्याप्त मात्रा में बैरियर स्थापित किए गए है। साथ ही साथ अस्थायी चौकियां भी हमने मेला क्षेत्र के बाहर गठित की है। जो आने वाले लोगों की वाहनों की चैकिंग करेंगे एवं यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से बनाए रखने के लिए भी वे कारगर होगी।अगर हम बात करे संसाधनों की तो हमारे पास लगभग 22 पुलिस थाने,22 वॉच टावर्स, लगभग 2200 पुलिसकर्मी मौजूद है।

11 घाटों पर श्रद्धालुओं करेंगे स्नान

श्रद्धालुओं के लिए हमारे पास 11 घाट है। उनकी निगरानी रखने हेतु 02 कंपनी फ्लड पीएसीसी एवं एक टीम हमारी एनडीआरएफ की साथ ही साथ एंटी रोमियों टीम,एंटी गुंडा टीम भी वहां पर तैनात रहेगी। इसके अतिरिक्त यदि आवश्यकता पड़ती है। तो अन्य संसाधनों का प्रयोग करते हुए भी एक एसडीआरएफ की अतिरिक्त टुकड़ी को भी ब्रजघाट क्षेत्र की निगरानी के लिए बुलाया जाएगा। मेला क्षेत्र में क्योंकि 26 नवंबर से 27 नवंबर को बहुत बड़ी सख्या में श्रद्धालु डुबकी लगाने आएंगे।

25 से 27 नवंबर तक रहेगा रूट डायवर्जन

इस कारण 25 नवंबर की दोपहर के बाद 27 नवंबर की शाम विशेष डायवर्जन प्लान मेला क्षेत्र में लागू होगा। जिसमें कोई भी भारी वाहन एवं हल्का वाहन मेला क्षेत्र में प्रवेश नही कर पाएगा। सिर्फ वह वाहन जिसके पास पुलिस प्रशासन द्वारा पास निर्गत किए गए है। जो हमारे ट्रेफिक विभाग द्वारा निर्गत किये जा रहे है। सिर्फ वो ही वाहन मेला क्षेत्र में अंदर जा सकेंगे। ऐसे में भारी यातयात का भी डायवर्जन हापुड पुलिस द्वारा किया गया है।यह डायवर्जन 25,26,27 नवंबर को लागू रहेगा।जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र के आसपास कोई भी भारी वाहन वहाँ पर ना आ पाए।

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