Hapur News: जनपद के चीनी मिल ने किसानों को किया आठ करोड़ के गन्ने का भुगतान

Hapur News: जनपद की ब्रजनाथपुर चीनी मिल ने पिछले पेराई सत्र का बकाया आठ करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया है।

Report :  Avnish Pal
Update: 2024-01-05 07:04 GMT

हापुड़ में चीनी मिल ने किसानों को किया आठ करोड़ के गन्ने का भुगतान (न्यूजट्रैक)

Hapur News: जनपद की ब्रजनाथपुर चीनी मिल ने पिछले पेराई सत्र का बकाया आठ करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया है। वही वर्तमान पेराई सत्र का भुगतान जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। जबकि सिम्भावली चीनी मिल पर पिछले पेराई सत्र का अभी तक 32 करोड़ रुपये का बकाया है।

गन्ना भुगतान के लिए किसान लगातार कर रहे हैं धरना-प्रदर्शन

भारतीय किसान यूनियन समेत दूसरे किसान संगठन लगातार सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। किसानों का आरोप है कि सरकार शुगर मिलों से किसानों के गन्ने का पिछले सत्र का भुगतान नहीं करा पा रही है, किसान लगातार सरकार पर शुगर मिलों से मिलीभगत और फायदा पहुंचाने का आरोप लगा रहे हैं। जनपद में किसान हर दिन भुगतान के लिए धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव होने में चंद महीने बाकी हैं। ऐसे में किसानों की नाराजगी सरकार मोल लेना नहीं चाहती। सरकार खुद इस साल किसानों के गन्ने का मूल्य बढ़ाने के संकेत देकर उनको साधने की कोशिश में लगी है। ऐसे में अगर बकाया भुगतान किसानों को नहीं हुआ तो गन्ना मूल्य बढ़ाने का फायदा शायद ही चुनाव में मिले।

डीएम के कड़े रुख के चलते किया गया गन्ना भुगतान

जनपद की ब्रजनाथपुर चीनी मिल का पेराई सत्र एक नवंबर को शुरू हुआ था।उस समय मिल पर 47 करोड़ रुपये का बकाया था। जबकि सिंभावली चीनी मिल का पेराई सत्र पांच नवंबर को शुरू हुआ था। तो उस समय मिल पर करीब 148 करोड़ रुपये गन्ना भुगतान बकाया था। पिछले पेराई सत्र के गन्ना भुगतान के लिए डीएम प्रेरणा शर्मा लगातार मिल प्रबंध तंत्र के साथ बैठक कर दबाव बना रही थी।जिसके लिए 31 दिसबंर की अंतिम तारीख दी गई थी। लेकिन दोनो ही मिलों द्वारा भुगतान तय समय पर नही किया गया था। वर्तमान पेराई सत्र का जनपद की दोनों चीनी मिलो पर करीब 275 करोड़ रुपये बकाया है। बकाया न मिलने से किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

क्या कहते है जिम्मेदार

जिला गन्ना अधिकारी सना आफरीन ने बताया कि ब्रजनाथपुर चीनी मिल द्वारा पिछले पेराई सत्र का पूर्ण भुगतान कर दिया गया है। वर्तमान पेराई सत्र का भुगतान भी जल्द ही शुरू करा दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त सिंभावली शुगर मिल पर अभी भी 32 करोड़ रुपये बकाया है। जिसका जल्द ही भुगतान करा दिया जाएगा।

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