Hapur News: जमाने के साथ बदली परंपरा, पहले इस मेले में तय होते थे शादी के लिए रिश्ते

Hapur News: रेतीले मैदान में लगने वाले कार्तिक पूर्णिमा मेले के मौके पर राज्यों सहित विभिन्न जनपदों से आए लोगों का ऐसा मिलन स्थल भी था।

Report :  Avnish Pal
Update: 2023-11-21 06:39 GMT

हापुड़ में इस मेले में तय होते थे शादी के लिए रिश्ते (न्यूजट्रैक)

Hapur News: रेतीले मैदान में लगने वाले कार्तिक पूर्णिमा मेले के मौके पर राज्यों सहित विभिन्न जनपदों से आए लोगों का ऐसा मिलन स्थल भी था। जहाँ रिश्ते भी तय होते थे।यहाँ के मठ-मंदिर उन रिश्तों पर पक्की मुहर भी लगाते थे। धीरे-धीरे अब वह दौर बदला तो लोग अब इस परंपरा को नही निभा रहे है।

हिंदू धर्म में शास्त्रों के अनुसार देवोत्थान के बाद शुभ कार्य शुरु हो जाते है। जिन घरों में लड़के-लड़कियों की शादी करनी होती है। उन घरों के परिजन देवोत्थान के बाद से ही इस कार्य को पूरा करने में जुट जाते है। कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान के समय खादर में लाखों लोग जुटते है। यह मेला रिश्तेदारों का मिलन स्थल भी है। जहाँ साल में एक बार ही सही रिश्तेदारों के बीच मेल मुलाकात सभव हो पाते थे। करीब 30 साल पहले मेले में शामिल होने के लिए कई माह पहले तैयारी हो जाती थी।

मोबाइल फोन का क्रेज कम था। चिट्टी से डेरों पर लगने वाली झंडी के बारे जानकारी दी जाती थी। झंडी को देखकर जान पहचान वाले डेरों पर आ जाते थे। मेले में आने वाले राजपाल सिंह, दीवान सिंह ने बताया कि मेला आस्था के साथ रिश्ते जोड़ने के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ लोग बहन-बेटियों के रिश्ते करने के लिए एक साल का इंतजार करते थे। मेले में आने के बाद बुजुर्ग मेले में ही बहन बेटियों के लिए लड़के देख लेते थे। यहाँ सबंधित समाज के लोग रिश्ते तय कर शादी की तारीख रख देते थे। लेकिन अब ऐसा कम हो गया है। अब मेले के बजाय घरों पर ही रिश्ते तय किये जाते हैं।

Tags:    

Similar News