Hardoi News: छतिग्रस्त पुल से डंपर के निकलते समय हुआ हादसा, पुल के निर्माण की माँग पर जिम्मेदारों ने नहीं दिया ध्यान
Hardoi News: लापरवाही के चलते एक डंपर क्षतिग्रस्त पुल से गुजरते समय नीचे जा गिरा। गनीमत इतनी रही कि हादसे में किसी को भी किसी भी तरह की चोट नहीं आई।
Hardoi News: प्रदेश में लगातार सड़कों व पुलो के निर्माण को लेकर कवायते की जा रही है। पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा लगातार सड़कों व पुल के निर्माण को लेकर प्रस्ताव शासन को भेजे जा रहे हैं। साथ ही जनपद में सड़कों के निर्माण के दावे भी बड़े-बड़े किए जा रहे हैं लेकिन उसे उलट जनपद में आज भी कई सड़क मार्ग ऐसे हैं, जिनमें से लोगों को निकलने में काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही कई पुल ऐसे हैं जो काफी जर्जर व पुराने हो गए हैं।
लगातार इन पुलो के पुनः निर्माण की मांग ग्रामीणों द्वारा की जाती रहती है। लेकिन जिम्मेदार इस बाबत ध्यान नहीं देते हैं। ऐसे ही जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते एक डंपर क्षतिग्रस्त पुल से गुजरते समय नीचे जा गिरा। गनीमत इतनी रही कि हादसे में किसी को भी किसी भी तरह की चोट नहीं आई। ग्रामीणों ने बताया कि लगातार इस पुल को बनाने की मांग अधिकारियों से की जाती रही है लेकिन किसी भी अधिकारी ने इस बाबत ध्यान नहीं दिया हैं।
हो सकता था बड़ा हादसा
बिलग्राम के गनियापुर मौरंग लदे डंपर के क्षतिग्रस्त पुल के ऊपर से गुजरते समय पुल की स्लैप टूट गई जिसके चलते डंपर नीचे जा गिरा। डंपर का पिछला हिस्सा नीचे व आगे का भाग ऊपर हवा में लटक गया।घटना में ड्राइवर व कंडक्टर पूरी तरह से सुरक्षित है। अन्य किसी को भी कोई भी चोट नहीं आई है। पुल टूट जाने से कई दर्जन गांव का आवागमन प्रभावित हो गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि यदि प्रशासन समय पर ध्यान दे देता तो ना ही पुल टूटता और ना ही आवागमन बाधित होता।ग्रामीणों ने कहा कि यदि ट्रक के स्थान पर कोई सवारी वाहन होता तो गंभीर हादसा हो सकता था।
कन्नौज से ट्रक पर मोरंग लेकर अमित पुत्र बलबीर सिंह ज़िला कानपुर देहात अपने परिचालक संदीप पुत्र जगदीश के साथ बिलग्राम के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सुप्रीम शुक्ला के यहां आ रहा था। इसी बीच मार्ग पर गनीपुर गाह नदी पर बने पुल जो कि कई वर्षों से क्षतिग्रस्त था उसे पर से निकलते समय हादसा हो गया। ट्रक ड्राइवर ने बताया कि उसको पुल के क्षतिग्रस्त होने की जानकारी नहीं थी। जिसके चलते वह पुल से होकर निकल रहा था। ग्रामीणों ने बताया कि क्षतिग्रस्त पुल लगभग 50 वर्ष पुराना था।लगातार पुल के निर्माण की मांग की जा रही थी।