Hardoi News: अधिवक्ता की हत्या होने पर अधिवक्ताओं में आक्रोश, पांच अगस्त तक नहीं करेंगे काम

Hardoi News: 5 अगस्त तक कार्य बहिष्कार के बाद बाद अधिवक्ता एक बार फिर बैठक कर आगे की रणनीति पर विचार करेंगे। जिसके बाद काम करने पर फैसला लिया जाएगा।

Report :  Pulkit Sharma
Update:2024-07-31 12:44 IST

आक्रोशित अधिवक्ता (Pic: Newstrack)

Hardoi News: हरदोई में मंगलवार शाम अज्ञात बदमाशों द्वारा शहर के पॉश इलाके और शहर के प्रमुख चौराहे जहां 24 घंटे पुलिस का पहरा रहता है उससे चंद कदमों की दूरी पर अधिवक्ता पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर उनको मौत के घाट उतार दिया। शहर में हुई इस घटना से हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी जैसे ही पुलिस के अधिकारियों को लगी आनन फ़ानन में पुलिस के अधिकारी घटनास्थल पहुंचे और मामले की तस्दीक़ में जुट गई। अधिवक्ता पर फायरिंग की सूचना शहर में आग की तरह फैली हर कोई शहर के सिनेमा चौराहे की ओर जाता नजर आया। बार काउंसिल हरदोई के बैनर में हुई बैठक में वरिष्ठ अधिवक्ता कनिष्क मल्होत्रा की निर्मम हत्या के विरोध में सभी अधिवक्ता 5 अगस्त तक न्यायिक कार्यों से विरत रहेंगे।

5 अगस्त तक न्यायिक कार्यों का किया बहिष्कार

5 अगस्त तक कार्य बहिष्कार के बाद बाद अधिवक्ता एक बार फिर बैठक कर आगे की रणनीति पर विचार करेंगे। वरिष्ठ अधिवक्ता कनिष्ठ मल्होत्रा की गोली मार कर हत्या के विरोध में सीतापुर बार काउंसिल में भी शोक व्यक्त करते हुए न्यायिक कार्य से विरत पर चले गए हैं। अधिवक्ताओं के न्यायिक कार्य से विरत पर जाने से न्यायालय पहुंचने वाले फरियादियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। अधिवक्ताओं की नाराजगी को देखते हुए जनपद में सुरक्षा के मुक्त इंतजाम किए गए हैं। पुलिस द्वारा मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जा रही है पुलिस की लगातार टीम में जांच में जुटी हुई है।

गोली मार कर की गई हत्या

घटना मंगलवार शाम 7:45 की है जब कोर्ट मैरिज कराने की बात कहते हुए अज्ञात हमलावरों ने अधिवक्ता पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। गोली लगने से अधिवक्ता गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें बेहतर उपचार के लिए पहले हरदोई मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया जहां से उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया। मिली जानकारी के मुताबिक लखनऊ पहुंचने से पहले अधिवक्ता की मौत हो चुकी थी। वरिष्ठ अधिवक्ता पर फायरिंग से नाराज जनपद के अधिवक्ताओं ने हरदोई लखनऊ राजमार्ग को जमकर जमकर प्रदर्शन और नारेबाजी की। अधिवक्ताओं के आक्रोश को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई। बुधवार सुबह अधिवक्ताओं ने एक बैठक आयोजित कर वरिष्ठ अधिवक्ता पर हुए हमले की निंदा करते हुए प्रस्ताव पारित किया जिसमें अधिवक्ताओं ने समस्त न्यायिक कार्यों का बहिष्कार कर दिया। 

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