Hardoi: बैंक से गायब हो गए 3 लाख के सिक्के, फुटेज में भी नहीं मिला सबूत, शाखा प्रबंधक और कैशियर पर कार्रवाई
Hardoi News: बैंक के सहायक महाप्रबंधक बृजेश तिवारी ने बैंक के कैश चेस्ट में गड़बड़ी और शाखा प्रबंधक तथा कैश टेस्ट की चाबी रखने वाले कैशियर पर कार्रवाई की बात कही है।
Hardoi News: अब तक आपने बड़े-बड़े भ्रष्टाचार और घोटालों की कहानी तो आपने सुनी होगी, लेकिन इस बार जो कारनामा हुआ है वह थोड़ा अलग है। इस कारनामे से बैंकों में हड़कंप मचा है। वहीं, उपभोक्ताओं की भी नींद उड़ा दी है। ये वाकया हरदोई के महात्मा गांधी मार्ग स्थित यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया की शाखा का है। बैंक की इस शाखा से लगभग 3 लाख रुपए के सिक्के निकल जाने से हड़कंप मचा है।
सिक्के कहां गए? किसने निकाला? इसका कुछ भी पता नहीं चल पाया है? किसी भी तरह की कोई भी सीसीटीवी फुटेज जांच में सामने नहीं आई है। ऐसे में बैंक के अंदर से सिक्के गायब हो जाने से सब हैरत में हैं।
आखिर कहां गए सिक्के?
गौरतलब है कि, बैंकों में ग्राहकों को सुविधा देने के लिए अत्याधुनिक मशीनों का प्रयोग किया जाता है। साथ ही, सिक्कों को लेकर भी एक मशीन लगाई जाती है। अन्यथा बैंक उपभोक्ता काउंटर से भी सिक्कों को ले सकते हैं। बैंक से नकदी निकालने वाले उपभोक्ता नोटों को ही लेना पसंद करते हैं। बैंक द्वारा दिए जाने वाले सिक्कों को बैंकों उपभोक्ता लेने से मना कर देते हैं। ऐसे में बैंक में काफी संख्या में सिक्के जमा थे। इस बीच लगभग 3 लाख रुपए के सिक्के गायब हो जाने से अधिकारियों पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं। अब देखने वाली बात ये होगी कि, गायब सिक्के आखिर किसकी जेब भर रहे हैं। साथ ही, इस मामले में क्या कोई बड़ी कार्यवाही भी देखने को मिल सकती है?
बिना गेट पर जांच के सिक्के कैसे गायब?
यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया की शाखा का अपना कैश चेस्ट है। बैंक के उपभोक्ता भुगतान और उनकी ओर से जमा किए जाने वाला रुपया सुबह और शाम कैश चेस्ट से निकालने व रखने की भी बैंक की ओर से व्यवस्था की जाती है। अक्सर, उपभोक्ता बड़ी मात्रा में सिक्के लेने से कतराते नजर आते हैं। ऐसे में बैंक के मुख्य गेट से बिना किसी जांच-पड़ताल के सिक्कों के थैले कैश चेस्ट और शाखा से कैसे निकल गए।
शाखा प्रबंधक और कैशियर पर कार्रवाई !
बैंक से जुड़े विश्वसनीय सूत्रों ने बताया कि, सिक्कों की थैली ले जाने का सीसीटीवी कैमरे में भी कोई फुटेज नहीं मिला है। हालांकि, आंतरिक जांच में सिक्के के गायब होने की पुष्टि हुई है। बैंक के सहायक महाप्रबंधक बृजेश तिवारी ने बैंक के कैश चेस्ट में गड़बड़ी और शाखा प्रबंधक तथा कैश टेस्ट की चाबी रखने वाले कैशियर पर कार्रवाई की बात कही है। बैंक उपभोक्ताओं का कहना है कि जब बैंक से सिक्के ग़ायब हो सकते हैं तो लॉकर में रखे जाने वाले उनके जेवरात आदि कितने सुरक्षित होंगे?