Hardoi News: विद्युत विभाग में करोड़ों का घोटाला! विजिलेंस टीम ने 3 SDO समेत कई अधिकारियों पर दर्ज कराई FIR
Hardoi News: विकास के नाम पर लगातार जिम्मेदार अपनी जेब भरने का काम कर रहे हैं। हरदोई में विद्युत विभाग में हुए एक करोड़ 31 लाख के घोटाले के मामले में तीन एसडीओ समेत 6 लोगों पर एफ़आईआर दर्ज की गई है।
Hardoi News: हरदोई में विकास के नाम पर बड़े-बड़े घोटाले तो सुने ही हैं लेकिन इस बार उससे भी बड़ा एक घोटाले का जिन्न निकल कर सामने आया है। जहां अरबो रुपए के घोटाले की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल, यह घोटाला विद्युत विभाग से जुड़ा हुआ है। जनपद में विद्युत विभाग भी लगातार सवालों के घेरे में रहता है। विद्युत विभाग के अधिकारी बड़े से बड़ा घोटाला कर जाते हैं। हरदोई जनपद अब घोटाले बाजों का केंद्र बनता जा रहा है आए दिन समाचार पत्रों की सुर्खियों में घोटाला और भ्रष्टाचार की खबरें प्रकाशित होती रहती हैं।
विकास के नाम पर लगातार जिम्मेदार अपनी जेब भरने का काम कर रहे हैं। हरदोई में विद्युत विभाग में हुए एक करोड़ 31 लाख के घोटाले के मामले में तीन एसडीओ समेत 6 लोगों पर एफ़आईआर दर्ज की गई है। जनपद में हुए इस घोटाले की जानकारी बाहर आने से जनपद के साथ विद्युत विभाग में हड़कंप मच गया है। इस घोटाले कांड में विद्युत विभाग के भी कई तत्कालीन अधिकारी शामिल है।
जाँच में बढ़ सकती है घोटाले की रक़म
हरदोई में राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत गांव तक विद्युत आपूर्ति को पहुँचाने का कार्य किया जाना था। जनपद के करीब 776 गांव इस योजना में शामिल हुए थे। इस कार्य को करने का ठेका रिलायंस एनर्जी लिमिटेड को दिया गया था। रिलायंस द्वारा कार्य पूरा कर यूपीपीसीएल के अधिकारियों को हैंडोवर कर दिया गया था। इसके बाद उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के अधिकारियों द्वारा भी नाप जोख पर संबंधित कंपनी को भुगतान भी कर दिया गया। इस मामले में जब शिकायत हुई तब शासन ने 31 अगस्त 2017 को इस मामले की जांच विजिलेंस को दे दी। विजिलेंस द्वारा की गई जांच में सामने आया कि वर्ष 2005 से वर्ष 2006 में हुए विद्युतीकरण के कार्य में 85 गांव में जिस सामग्री का भुगतान हुआ है वह लग ही नहीं गई है।
विजिलेंस जांच में सामने आया कि 85 गांव में एक करोड़ 31 लाख 52 हजार 850 रुपए का घोटाला हुआ है। इस मामले में विजिलेंस द्वारा हरदोई के तत्कालीन दो अवर अभियंता, तीन एसडीओ और रिलायंस एनर्जी लिमिटेड के सीनियर मैनेजर के खिलाफ ग़बन, आपराधिक साजिश व भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की है। विजिलेंस ने उम्मीद जताई है कि अभी घोटाले की रकम और बढ़ सकती है। यह रकम अरबों तक जा सकती है। विजलेंस जांच में जब 85 गांव में एक करोड़ 31 लाख का घोटाला हुआ है, यदि 776 गांव जो जनपद के शामिल थे सब की जांच की जाए तो घोटाले की रकम बढ़ सकती है।
यूपीपीसीएल व जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा रिलायंस एनर्जी के साथ इस बड़े घोटाले को अंजाम दिया है। भौतिक सत्यापन में सामने आया है कि पीसीसी पोल, डबल पोल, एलटी लाइन, ट्रांसफार्मर समेत कई उपकरण लगाए नहीं गए हैं जबकि इनका भुगतान किया गया है। विजिलेंस की जांच में कई अन्य खामियां भी सामने आई है। 35/11 केवी के न्यू सब स्टेशन को बनाने में भी खामियां बरती गई थी। फिलहाल, विजिलेंस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है आगे अभी कई अन्य विद्युत विभाग के अधिकारी इस जांच के लपेटे में आ सकते हैं।