Hardoi News: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, नवविवाहित जोड़े को मिलने वाले उपहार में हुआ था खेल, FIR के आदेश

Hardoi News: नवविवाहितों को सरकार द्वारा मिलने वाले उपहार में जिम्मेदारों ने बड़ा खेल कर दिया है। जिम्मेदारों द्वारा नवविवाहितों को दिए जाने वाले उपहार में साड़ी डिनर सेट में खेल किया गया।

Report :  Pulkit Sharma
Update:2024-11-15 19:16 IST

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, नवविवाहित जोड़े को मिलने वाले उपहार में हुआ था खेल, एफआईआर के आदेश: Photo- Newstrack

Hardoi News: हरदोई में आयोजित हुए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में भी बड़ा फर्जी वाड़ा निकलकर सामने आया है। नवविवाहितों को सरकार द्वारा मिलने वाले उपहार में जिम्मेदारों ने बड़ा खेल कर दिया है। जिम्मेदारों द्वारा नवविवाहितों को दिए जाने वाले उपहार में साड़ी डिनर सेट में खेल किया गया। इस मामले में जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने जिम्मेदारों पर एफआईआर के आदेश दे दिए हैं, साथ ही नवविवाहितों को मिलने वाला उपहार भी लौटा दिया है।

जिलाधिकारी की ओर से मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में मिलने वाले उपहार का जब नगर मजिस्ट्रेट से सत्यापन कराया तब मामला प्रकाश में आया। जिलाधिकारी ने बताया कि नवविवाहितों को 10 दिन के अंदर उपहार उनके घर भेज दिए जाएंगे। हरदोई में जिम्मेदार हर कार्य में सरकार को पलीता लगा रहे हैं। हरदोई जनपद में बड़े से बड़े घोटाले निकलकर सामने आ चुके हैं।

13 की शाम को पहुंचा उपहार

हरदोई में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत नवविवाहितों को उपहार दिया जाता है। नव विवाहितों को दिए जाने वाले उपहार का टेंडर जिस फर्म को दिया गया था उसने उसमें बड़ा खेल किया है। संबंधित फर्म द्वारा मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में मिलने वाली साढ़े पाँच मीटर की साड़ी को दिखाया और 4 मीटर की साड़ी उपहार में दी जानी थी, वही 9 किलो ग्राम वजन के डिनर सेट की जगह 5.30 किलोग्राम का डिनर सेट भेजा गया। इसके साथ ही उपहार में कपड़े चांदी की बिछिया पायल कंबल दीवार घड़ी भी शामिल रहती है।

इस बाबत समाज कल्याण विभाग की ओर से टेंडर की प्रक्रिया 20 दिन पहले पूरी कर ली गई थी। गायत्री फूड प्राइवेट लिमिटेड को आपूर्ति का टेंडर मिला था। इसके प्रोपराइटर हाथरस निवासी प्रदीप कुमार गोयल हैं। नवविवाहितों को मिलने वाले उपहार की आपूर्ति 13 नवंबर की शाम को हुई थी। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में नव विवाहितों को दी जाने वाली सामग्री का सत्यापन भी कराया जाता है जो कि नगर मजिस्ट्रेट के नेतृत्व वाली टीम द्वारा किया जाता है।

14 नवंबर को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का आयोजन होना था लेकिन नव विवाहितों को मिलने वाली सामग्री 13 नवंबर की शाम को पहुंची जबकि यह सामग्री 11 नवंबर को पहुंचानी थी। सामग्री के देर से पहुंचने पर शक होने पर नगर मजिस्ट्रेट एसके त्रिवेदी की टीम ने जब इसकी जांच की तो मामला गड़बड़ पाया। इसके बाद इस मामले में पूर्ति करने वाली फर्म के प्रोपराइटर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश जिला अधिकारी ने जारी कर दिए हैं।

जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने कहा कि नव विवाहितों के घरों पर उपहार पहुंच जाएंगे। अगले 10 दिन के अंदर उपहार पहुंचाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। किसी भी नव विवाहित जोड़े को परेशान होने की जरूरत नहीं है और ना ही किसी कार्यालय के चक्कर काटने की आवश्यकता होगी।

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