Hardoi News: बच्चो को अनुशासन का पाठ पढ़ाने वाले गुरु जी ही कर रहे अनुशासनहीनता, पहले दिन सिर्फ इतने लोगो ने लगाई अटेंडेंस

Hardoi News: इन आरोपों और भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए शासन ने बायोमेट्रिक उपस्थित शिक्षकों और छात्र-छात्राओं की अनिवार्य कर दी

Report :  Pulkit Sharma
Update:2024-07-08 22:10 IST

Hardoi News

Hardoi News: स्कूलों में बच्चों को अनुशासन सिखाने वाले शिक्षक ने खुद अनुशासन की मर्यादा को तोड़ रहें हैं।शासन द्वारा उत्तर प्रदेश की शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए डिजिटल उपस्थित को अनिवार्य किया है। सोमवार यानी आज से परिषदीय विद्यालयों के सभी शिक्षक शिक्षिकाओं को बायोमेट्रिक हाजिरी लगानी थी साथ ही विद्यालय में पढ़ने आने वाले बच्चों की भी उपस्थित बायोमेट्रिक करनी थी लेकिन क्लास में बैठकर बच्चों को अनुशासन का पाठ पढ़ने वाले गुरुजी आज खुद अनुशासनहीनता करते दिखे। उत्तर प्रदेश में शिक्षा का स्तर काफी नीचे है लगातार शिक्षकों पर राजनीति करने, सरकारी योजनाओं के गोलमाल करने, स्कूल में कम बच्चों के दाखिले के बाद भी ज्यादा बच्चों का दाखिला दिखाने जैसे तमाम गंभीर आरोप लगाते आए हैं।इन आरोपों और भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए शासन ने बायोमेट्रिक उपस्थित शिक्षकों और छात्र-छात्राओं की अनिवार्य कर दी है।

हरदोई में 15562 शिक्षकों ने नहीं लगाई बायोमेट्रिक हाज़िरी

हरदोई में ही ऐसे कई शिक्षक हैं जो सप्ताह में एक या दो बार स्कूल जाते हैं लेकिन अब बायोमेट्रिक हाजिरी होने के बाद ऐसे शिक्षकों जो की स्कूल जाना नहीं चाहते सरकार से अच्छा वेतन लेकर राजनीतिक व अधिकारियों के चक्कर लगाना चाहते हैं उन्हें भी अब प्रतिदिन विद्यालय जाना पड़ेगा।इसको लेकर अब शासन के बायोमेट्रिक हाजिरी को लेकर जारी निर्देश पर शिक्षा विभाग में राजनीति शुरू हो गई है। शिक्षक नेताओं सहित प्रदेश के शिक्षकों ने बायोमेट्रिक हाजिरी का विरोध किया। पूरे उत्तर प्रदेश में बायोमेट्रिक हाजिरी के निर्देश के पहले दिन केवल 9 शिक्षक शिक्षिकाओं ने अपनी उपस्थिति बायोमेट्रिक दर्ज कराई जबकि प्रदेश में लाखों की संख्या में परिषदीय विद्यालयों में शिक्षक शिक्षिकाएं हैं। हरदोई की बात की जाए तो यहां 3445 परिषदीय स्कूल है जहां 14564 शिक्षक शिक्षिकाओं के नाम प्रेरणा पोर्टल पर दर्ज हैं इनमें से बायोमेट्रिक हाजिरी के पहले दिन केवल दो शिक्षकों ने बायोमेट्रिक हाजिरी लगाई है।शासन द्वारा सुबह 7:45 से 8:00 तक शिक्षकों को बायोमेट्रिक हाजिरी लगाने के निर्देश दिए गए थे हालांकि बाद में शिक्षकों के विरोध पर शासन द्वारा 7:45 से 8:30 तक शिक्षकों को बायोमेट्रिक हाजिरी लगाने की छूट दी गई। इसके बावजूद भी सोमवार को बायोमेट्रिक हाजिरी शिक्षकों द्वारा नहीं लगाई गई है। शिक्षकों द्वारा शासन के निर्देश का जमकर विरोध किया जा रहा है वहीं बच्चों को अनुशासन का पाठ पढ़ाने वाले गुरुजी बच्चों के सामने ही अनुशासनहीनता करते नजर आ रहे हैं। ऐसे में सवाल किया उठना है कि जब विद्यालय में पढ़ाने वाले शिक्षक अनुशासनहीनता बरतेंगे तो विद्यालय में पढ़ने आने वाले छात्र-छात्राएं कैसे अनुशासित हो सकेंगे।अब देखना होगा की शासन इस मामले में कोई सख़्त रुख़ अपनाता है

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