Hardoi: बदहाली पर आँसू बहा रहा हरदोई का रसखान प्रेक्षागृह, जिम्मेदार भी नहीं दे रहे ध्यान
Hardoi: रसखान प्रेक्षागृह की सीटें बदहाल हो चुकी हैं अंदर दीवारों और छतो पर लगी प्लाई जगह-जगह से उखड़ती हुई नजर आ रही है।
Hardoi News: जनपद के रहने वाले प्रसिद्ध कवि सैयद इब्राहिम खान जिन्हें हम सब रसखान नाम से जानते हैं अपनी कविताओं से देश में हरदोई का नाम रोशन करने वाले महान कवि की याद में शहर में एक ऑडिटोरियम का निर्माण कराया गया था उसका नाम रसखान के नाम पर रखा गया था।
हरदोई का इकलौता रसखान प्रेक्षागृह अब अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है जिम्मेदार भी हरदोई के रसखान प्रेक्षागृह पर ध्यान नहीं दे रहे हैं जिसके चलते रसखान प्रेक्षागृह में अव्यवस्थाओं का बोलबाला है। लगभग 8 साल पूर्व हरदोई के तत्कालीन जिलाधिकारी रहे एके सिंह राठौर के प्रयास से हरदोई में इस रसखान प्रेक्षागृह का निर्माण हुआ था। रसखान प्रेक्षागृह की मांग हरदोई व प्रदेश के साहित्य प्रेमियों ने की थी जिसके बाद जिला प्रशासन ने शासन को प्रस्ताव भेज कर इसका निर्माण कराया था।
रसखान प्रेक्षागृह की दीवारें बयां कर रहें हालात
निर्माण के बाद से रसखान प्रेक्षागृह पर जिम्मेदारों ने ध्यान नहीं दिया। रसखान प्रेक्षागृह के अंदर प्रवेश करते ही अव्यवस्थाएं नजर आने लगती हैं। रसखान प्रेक्षागृह की सीटें बदहाल हो चुकी हैं अंदर दीवारों और छतो पर लगी प्लाई जगह-जगह से उखड़ती हुई नजर आ रही है।
रोशनी की भी काफी कमी नजर आ आती है जगह-जगह जाले भी लटकते हुए नजर आ जाते हैं हालांकि यह हाल तब है जब हरदोई के रसखान प्रेक्षागृह में लगातार कार्यक्रम भी आयोजित होते रहते हैं। इन कार्यक्रमों में हरदोई के मंत्री, विधायक, जिलाधिकारी, नगर मजिस्ट्रेट जैसे उच्च अधिकारी कार्यक्रमों में सम्मिलित होते हैं लेकिन हैरत की बात यह है कि किसी भी जनप्रतिनिधि और अधिकारियों की निगाह हरदोई के बदहाल होते रसखान प्रेक्षागृह पर नहीं पड़ी है। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या जिम्मेदार हरदोई के प्रसिद्ध साहित्यकार के धरोहर को संजोकर रख पाते हैं या नहीं।