Hardoi News: न्यूज़ ट्रैक की खबर का असर, जेल में निरुद्ध क़ैदी के फ़रार होने के मामले में जेलर निलंबित

Hardoi News: शासन द्वारा हरदोई जिला कारागार के जेलर को भी अब निलंबित कर दिया गया है और हरदोई जेल अधीक्षक की भूमिका की जांच के आदेश दे दिए हैं।

Report :  Pulkit Sharma
Update:2024-09-07 13:06 IST

जेल में निरुद्ध क़ैदी के फ़रार होने के मामले में जेलर निलंबित  (photo: social media )

Hardoi News: हरदोई में न्यूज़ट्रैक की खबर का बड़ा असर होता हुआ नजर आ रहा है। न्यूज़ ट्रैक ने जिला कारागार में निरुद्ध कैदी के भाग जाने की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। खबर के प्रकाशन के बाद जेल प्रशासन की ओर से दो आरक्षियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर जांच के आदेश दे दिए थे। न्यूज़ ट्रैक की खबर का असर आरक्षियों के निलंबन तक ही नहीं रुका। शासन द्वारा हरदोई जिला कारागार के जेलर को भी अब निलंबित कर दिया गया है और हरदोई जेल अधीक्षक की भूमिका की जांच के आदेश दे दिए हैं।

डीजी जेल पीवी रामाशास्त्री ने जेलर विजय कुमार राय को निलंबित करते हुए डीआईजी को जेल अधीक्षक सतीश चंद्र त्रिपाठी की भूमिका की जांच को सौंप दी है। हरदोई में हुई इस कार्यवाही से हड़कंप मच गया है। न्यूज़ ट्रैक ने जेल में निरोध कैदी को बाहर ले जाकर पुताई कराने की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद शासन स्तर से यह कार्रवाई होती हुई नजर आयी है।

पुलिस टीम अब तक नहीं कर पायी गिरफ़्तार

हरदोई में 3 सितंबर को जिला कारागार में निरुद्ध जय हिंद पुत्र संत कुमार निवासी छपरा पूर्वी थाना घनघटा जिला संतकबीर नगर को जेलर के भवन की पुताई करने के लिए जेल से नियमों को दरकिनार कर ले जाया गया था। जय हिंद के साथ जेल के दो आरक्षियों को भी भेजा गया था लेकिन जेल में निरुद्ध जय हिंद पुताई करते समय आरक्षियों को चकमा देकर फरार हो गया। हरदोई पुलिस द्वारा जय हिंद पुत्र संत कुमार को 6 मई 2024 को धारा 380/ 411 में गिरफ्तार किया गया था। इस प्रकरण में जेल अधीक्षक द्वारा जेल वार्डन भोलाराम यादव व गौतम वर्मा को निलंबित कर दिया गया था, वही जेल अधीक्षक सतीश चंद्र त्रिपाठी की तहरीर पर अभियोग पंजीकृत किया है। मामले की जांच जारी है।

पुलिस द्वारा जेल में निरुद्ध जय हिंद की गिरफ्तारी के लिए दो टीमे भी लगाई है। लेकिन तीन दिन बीतने के बाद भी अब तक पुलिस अभियुक्त जय हिंद को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। अब देखने वाली बात यह होगी कि डीआईजी की जांच में क्या हरदोई जेल अधीक्षक सतीश चंद्र त्रिपाठी की भूमिका की संलिप्तता मिलती है। हरदोई जिला कारागार से बिना जेल अधीक्षक की अनुमति के जेल में निरुद्ध कैदी को कैसे जेल कर्मियों द्वारा बाहर ले जाया गया कहीं ना कहीं इस पूरे प्रकरण में हरदोई जेल अधीक्षक की संलिप्त नगर आ रही है।

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