Hardoi: 11 दिन भी नौकरी नहीं कर पाई माधुरी, बिलग्राम में पिता-माँ करते रहे इंतजार, हादसे में हो गई मौत
Hardoi: मल्लावा कोतवाली क्षेत्र के माझगांव निवासी 37 वर्षीय माधुरी 16 बिस्वा जमीन का बैनामा कराने के लिए बिलग्राम तहसील जाने के लिए ऑटो में बैठे थे।
Hardoi News: जनपद के बिलग्राम कोतवाली क्षेत्र में हुए भीषण सड़क हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई थी इनमें से 6 महिलाएं तीन बच्चे दो पुरुष शामिल हैं। मृतकों में एक ऐसी महिला थी जिसकी अभी 10 दिन पहले सरकारी नौकरी लगी थी। नौकरी लगने के बाद वह बिलग्राम में एक भूमि के रजिस्ट्री करने के लिए जा रही थी कि तभी यह दर्दनाक हादसा घटित हो गया। मृतक महिला के पति की कुछ महापूर्व गंभीर बीमारी के चलते मौत हो गई थी। पति भी सरकारी नौकरी पर था जिसके चलते महिला को मृतक आश्रित कोटे में सफाई कर्मी के पद पर उन्नाव जनपद में नौकरी मिली थी। घटना के बाद से पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
उन्नाव जनपद में थी कार्यरत
मल्लावा कोतवाली क्षेत्र के माझगांव निवासी 37 वर्षीय माधुरी 16 बिस्वा जमीन का बैनामा कराने के लिए बिलग्राम तहसील जाने के लिए ऑटो में बैठे थे। उसे क्या पता था कि जिस ऑटो में वह बैठ रही है वह उसको मौत तक लेकर जाएगा। सड़क हादसे में माधुरी की हुई मौत के बाद परिजनों ने बताया कि माधुरी के पति की पांच महीने पहले कैंसर की बीमारी से मौत हुई थी। अभी माधुरी को 10 दिन पूर्व उन्नाव जनपद में पंचायत राज विभाग के अधीन सफाई कर्मी के पद पर नौकरी प्राप्त हुई थी। अभी 10 दिन नौकरी करते हुआ था। माधुरी को पति की मौत के बाद कुछ रुपया मिला था जिससे वह बिलग्राम में खेत खरीद रही थी।
परिजनों ने बताया कि 26 अक्टूबर को माधुरी को उन्नाव जिले के गंजमुरादाबाद विकासखंड के खैरना गांव में सफाई कर्मी के पद पर विभाग द्वारा तैनात किया गया था।जमीन की लिखापढ़ी के लिए माधुरी के पिता राम सिंह और माँ राम प्यारी व चंदी पुरवा निवासी भांजा रामलाल और विमल बिलग्राम गए थे। राम सिंह और रामप्यारी दूसरे ऑटो से बिलग्राम पहुंचे जबकि रामलाल और विमल मोटरसाइकिल से बिलग्राम पहुंचे थे। चारों लोग माधुरी का इंतजार कर रहे थे कि तभी उन्हें हादसे की जानकारी लगी। हादसे के बाद मृतक महिला के परिजनों में कोहराम मच गया। मृतक महिला की मां व पिता का रो-रोकर बुरा हाल है।