Hardoi News: बच्चों में बढ़ी फ़ैटी लीवर की समस्या, पैकेट फ़ूड व जंक फ़ूड बन रहें कारण
Hardoi News Today: हरदोई मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर पियूष उपाध्याय ने कहा कि आजकल फास्ट फूड का चालान ज्यादा बढ़ गया है फास्ट फूड से हमारे लीवर पर गहरा असर पड़ता है।
Hardoi News Today: खानपान आजकल हम सब की सेहत को बिगाड़ रहा है।सेहत को दुरुस्त रखने के लिए लगातार हम योग एक्सरसाइज कर रहे हैं लेकिन इन सब के बाद भी सेहत में कोई सुधार नहीं हो रहा है जिसका सबसे बड़ा कारण है हमारा खान पान। हमारा खान-पान दिन पर दिन बिगड़ता जा रहा है। घरों में पैकेट फूड का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग हो रहा है वही बड़ों से लेकर बच्चों तक जमकर मीठे का प्रयोग कर रहे हैं जिसके चलते डायबिटीज लीवर जैसी परेशानियां बच्चों से लेकर बड़ों तक को देखने को मिल रही है। लीवर की समस्या हर दूसरे व्यक्ति में देखने को मिल जाएगी। लीवर की समस्या हमारे खान-पान पर सबसे ज्यादा निर्धारित है लगातार डॉक्टर तेल मीठा तला भुना खाने की सलाह सभी लवर से संबंधित मरीजों को देते आ रहे हैं।
प्रतिदिन 20 से 25 बच्चो में मिल रहा फ़ैटी लिवर
अब तक बड़ों में लिवर की समस्या देखने को मिल रही थी लेकिन बीते कई महीना में बच्चों में लीवर की समस्याएं बढ़ गई है। बच्चों में लिवर फैट की समस्याएं सबसे ज्यादा सामने आ रही हैं इसको लेकर हरदोई मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर पियूष उपाध्याय ने कहा कि आजकल फास्ट फूड का चालान ज्यादा बढ़ गया है फास्ट फूड से हमारे लीवर पर गहरा असर पड़ता है।फास्टफूड जल्दी पचता नहीं है जिसके चलते लीवर में समस्या लोगों के आ रही है।लीवर की समस्या बच्चों में भी सबसे ज्यादा देखने को मिल रही है।
डॉ पियूष उपाध्याय कहते हैं कि अगर बच्चे दो गिलास से अधिक मीठा पेय पदार्थ प्रतिदिन लेते हैं तो उनमें डायबिटीज, फैटी लीवर की समस्या हो सकती है। घरों में पैकेट फूड का चलन दिन पर दिन बढ़ रहा है जो बच्चों को ही नहीं बड़ों के भी सेहत के लिए काफी खतरनाक है। मीठा पदार्थ पदार्थ के स्थान पर हमें अपने बच्चों को छाछ नींबू पानी और नारियल पानी जैसे पेय पदार्थ देने के लिए प्रेरित करना चाहिए। डॉक्टर पियूष उपाध्याय ने बताया कि प्रतिदिन 100 में से 20-25 बच्चों को फैटी लीवर की समस्या देखने को मिल रही है वहीं कई बच्चों को लिवर सिरोसिस जैसे गंभीर बीमारी भी हो रही है। डॉक्टर पियूष उपाध्याय ने कहा कि हमें बच्चों की सेहत को लेकर सतर्क रहना चाहिए उन्हें फास्ट फूड और पैकेट फूड से बचाकर घर पर शुद्धता के साथ खाद्य पदार्थों को बनाकर देना चाहिए।