Hardoi News: मिश्रिख सांसद अशोक रावत ने गिनाई प्राथमिकताएं, बनाएंगे अत्याधुनिक स्टेडियम
Hardoi News: भाजपा सांसद अशोक रावत को मिली जीत के बाद अशोक रावत ने भी अपनी प्राथमिकताओं को गिनाते हुए अपने लोकसभा क्षेत्र के विकास के दावे किए।
Hardoi News: हरदोई की दूसरी लोकसभा क्षेत्र से नवनिर्वाचित सांसद अशोक रावत जीत के बाद अपने समर्थकों से घिरे नजर आए। सुबह से शाम तक नवनिर्वाचित सांसद अशोक रावत को बधाई देने वालों का ताँता लग रहा। हरदोई की मिश्रिख लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी अशोक रावत दोबारा भाजपा से सांसद निर्वाचित हुए हैं। हालांकि इस बार अशोक रावत का चुनाव भी काफी कांटे का रहा। मिश्रिख लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत अशोक रावत को जीत संडीला विधानसभा से मिली है बाकी सभी विधानसभाओं से अशोक रावत को भी हार का सामना करना पड़ा।
किया विकास का दावा
भाजपा सांसद अशोक रावत को मिली जीत के बाद अशोक रावत ने भी अपनी प्राथमिकताओं को गिनाते हुए अपने लोकसभा क्षेत्र के विकास के दावे किए। अशोक रावत ने कहा कि संडीला मैं औद्योगिक क्षेत्र का विस्तार करना उनकी प्राथमिकता में से है। इस बार जो खामियां रह गई थी उन सब को पूरा किया जाएगा। नव निर्वाचन सांसद अशोक रावत ने चार विधानसभा में हार का सामना किया है। उसको लेकर भी अपने करीबियों से मंथन किया।
यह रहेंगी प्राथमिकता
हरदोई की मिश्रिख लोकसभा सीट से नवनिर्वाचित सांसद अशोक रावत ने अपनी प्राथमिकताओं को बताते हुए कहा कि संडीला और माधवगंज के औद्योगिक क्षेत्र का विस्तार करवाने और इन इलाकों का समुचित विकास करना उनकी प्राथमिकता है। अशोक रावत ने कहा की कोशिश रहेगी कि स्थानीय लोगों को अधिक से अधिक रोजगार इन औद्योगिक क्षेत्र में मिले। उत्तर प्रदेश के मानचित्र में आए हत्या हरण तीर्थ का कायाकल्प भी करना अशोक रावत ने अपनी प्राथमिकताओं में बताया। खेल को बढ़ावा देने के लिए अशोक रावत ने संडीला कस्बे में अत्याधुनिक स्पोर्ट्स स्टेडियम का निर्माण कराया जाना भी अपनी प्राथमिकताओं में से बताया है।
टेक्सटाइल पार्क का करेंगे निर्माण
अशोक रावत ने अपनी प्राथमिकताओं को गिनाते हुए कहा कि हरदोई लखनऊ जनपद की सीमा पर स्वीकृत हुए टेक्सटाइल पार्क का काम जल्द से जल्द शुरू करने का प्रयास करेंगे। अशोक रावत ने बरसात में आने वाली बाढ़ को लेकर भी चिंता जाहिर करते हुए इससे निपटने को लेकर हर व्यवस्था करने की बात अपनी प्राथमिकताओं में कही है। अब देखने वाली बात यह होगी कि इन पांच सालों में अशोक रावत भी अपने क्षेत्र का कितना विकास कार्य कर पाते हैं या दावे सिर्फ दावो में ही रह जाएँगे।