काले बादल छटेंगे सूरज निकलेगा, जेल में अब्दुला आज़म से मिलने के बाद बोले नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद
Abdulla Azam: आज जेल में बंद अब्दुला आज़म से मिलने के लिए नगीना पार्टी के सांसद चंद्रशेखर आजाद पहुंचे थे।
Abdulla Azam: आजाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व नगीना लोकसभा सीट से सांसद चंद्रशेखर आजाद हरदोई पहुंचे यहां उन्होंने आजाद पार्टी के कार्यक्रम से पूर्व हरदोई जिला कारागार में बंद समाजवादी पार्टी से पूर्व विधायक अब्दुल्लाह आजम से मुलाकात की।लगभग एक घंटा 17 मिनट तक आजाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद और अब्दुल्ला आजम के बीच मुलाकात चली।चंद्रशेखर आजाद के हरदोई दौरे को लेकर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए थे। जिला कारागार में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम देखने को मिले। 1 घंटे से अधिक चली इस मुलाकात के बाद चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि अब्दुल्लाह आजम से हमारे राजनीतिक नहीं पारिवारिक रिश्ते हैं। जब भी मैं तकलीफ में रहा तब आजम भाई व पूरे परिवार का सहयोग मिलता रहा। आज उस रिश्ते को और मजबूत करने यहां आया हूं। अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले चंद्रशेखर आजाद ने सरकार और प्रशासन के अधिकारियों पर निशाना साधा और चेतावनी भी दे दी।चंद्रा शेखर आजाद ने कारागार के बाहर अब्दुला आज़म के मौसा मौसी से भी मुलाकात की।
अब्दुला आज़म ने अख़बार पढ़ना छोड़ दिया है
चंद्रशेखर आजाद ने कहां की जिला कारागार में आने से पूर्व सोचता था कि अब्दुल्ला आजम भाई जेल में होंगे तो परेशान होंगे लेकिन जिस ताजगी के साथ अब्दुल्ला आजम भाई से मुलाकात हुई उससे लगता है कि अब्दुल्ला आजम भाई बहादुर आदमी है और बहादुर आदमी कभी भी अपना दुख दूसरों के सामने जाहिर नहीं करता है। अब्दुल्ला आजम भाई बहादुरी से लड़ रहे हैं। चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि हमेशा गरीबों की मदद करने वाले व्यक्ति के परिवार के सदस्यों को जेल भेजा गया लेकिन कोई भी उनके समर्थन में नहीं आया इस बात का काफी अफसोस है।
मीडिया से क्या बोले चंद्रशेखर आजाद
मैं मीडिया के माध्यम से कहना चाहता हूं कि सड़क से लेकर संसद तक हम इस लड़ाई को लड़ेंगे अकेले नहीं छोड़ेंगे। अब्दुल्ला आजम मेरे छोटे भाई हैं और आजम खान मेरे बड़े भाई हैं हमारा यह परिवार है। आजाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि हमें दुख है कि सत्ता में बैठे लोग उनका दमन कर रहे हैं।मैंने अब्दुल्लाह आजम के मुकदमे और सजा को भी पढ़ा है। जब सरकार बदलेगी तो इन फर्जी मुकदमा दर्ज करने वालों के ऊपर सरकार विशेष ध्यान रखेगी। चंद्रशेखर आजाद ने अब्दुल्ला आजम की जान को लेकर भी खतरा जाहिर किया। चंद्र शेखर आजाद ने कहा कि मेरे छोटे भाई अब्दुल्ला आजम पर मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि खतरा है जिस तरह पिछली घटनाएं हुई है उसको देखते हुए मैं उनकी जान की सलामती के प्रार्थना करता हूं यदि प्रशासन और सरकार इस तरह का कोई षड्यंत्र रचेगा तो हम और हमारे पार्टी के कार्यकर्ता सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे।
यह मुलाकात राजनीतिक नहीं पारिवारिक थी
आजाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अब्दुल्ला आजम ने कहा कि यह मुलाकात राजनीतिक नहीं पारिवारिक थी। 2027 को लेकर पूछे गए सवाल पर चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि उनकी यह मुलाकात पारिवारिक थी इसको राजनीतिक ना बनाया जाए। चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि एक परेशान भाई के साथ एक परेशान हो चुका भाई साथ खड़ा है। चंद्रशेखर आजाद ने अब्दुल्ला आजम से कारागार में हुई मुलाकात के बाद कहा कि अब्दुल्ला आजम ने कहा कि उन्होंने अखबार पढ़ना छोड़ दिया है। अब्दुल्ला आजम ने कहा कि उनके द्वारा परिवार के लोगों से भी जेल में मुलाकात न करने आने की बात कही है।
उन्होंने कहा की जिस लड़ाई में मैं हूं उसमें कोई भी कीमत चुकानी पड़े मैं पीछे नहीं हट सकता हूं।चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि अब्दुल्ला आजम ने कहा कि सरकार जिस तरह से नए मुकदमे लगा रही है चाहे जितने मुकदमे लगा ले जो लड़ाई चली आ रही है वह जारी रहेगी। भविष्य में आजम खान और अब्दुल्ला आजम के साथ आने पर चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि वह हमेशा मेरे साथ थे और हैं। चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि जो मुसीबत के घनघोर काले बादल हैं वह हटेंगे सवेरा होगा सूरज निकलेगा।