Hardoi News: ग्राम प्रधान की मारपीट से नरेगा मजदूर की मौत,आक्रोशित परिजनों ने SP आवास के बाहर रखा शव

Hardoi News: पुलिस की कार्यशाली से नाराज मृतक मजदूर के परिजन बीती रात हरदोई पुलिस अधीक्षक के आवास पर पहुंचे और कार्रवाई की मांग की।

Report :  Pulkit Sharma
Update: 2024-09-09 08:13 GMT

Hardoi News ( Pic- Newstrack)

Hardoi News: हरदोई में ग्राम प्रधान द्वारा की गई मारपीट से नरेगा मजदूर की मौत हो गई। इस प्रकरण में पुलिस पर भी कई गंभीर आरोप लगने लगे हैं। आरोप है कि पुलिस ने थाने में अभियोग पंजीकृत करने के बजाय मृतक के शव की बोली लगाई और परिजनों से अभद्रता की है। पुलिस की कार्यशाली से नाराज मृतक मजदूर के परिजन बीती रात हरदोई पुलिस अधीक्षक के आवास पर पहुंचे और कार्रवाई की मांग की। पीड़ित परिजनों ने पुलिस अधीक्षक के आवास के सामने शव रखकर प्रदर्शन किया।

पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने प्रदर्शन होता देख आनन फ़ानन में पुलिस पहुंच गई। पुलिस द्वारा शव को हटाने का प्रयास किया गया लेकिन पीड़ित परिजन शव को हटाने को लेकर राजी नहीं हुए जिसके चलते पुलिस और पीड़ितों के बीच शव की खींचतान भी देखने को मिली। पीड़ित द्वारा पुलिस पर महिलाओं के साथ भी अभद्रता का आरोप लगा है। मामले की जानकारी होते ही हरदोई पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार ज़ादौन ने मामले में अभियोग पंजीकृत कर आवश्यक विधिक कार्यवाही के निर्देश दे दिए हैं।

रुपए को लेकर हुआ था विवाद

हरदोई पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार ज़ादौन के कार्यभार संभालने के बाद से ही जनपद के लोगों को न्याय की उम्मीद थी। कुछ हद तक न्याय होता हुआ जनपद वासियों के साथ नजर भी आया। लेकिन पुलिस एसपी की नाक के नीचे खेल करने से बाज नहीं आ रही है।मामला कासिमपुर थाना क्षेत्र के महमूदपुर घातिगड़ा का है जहां 1 सितंबर को नरेगा का पैसा निकलवाने को लेकर प्रधान पति निरंजन व नरेगा मजदूर रतिराम के बीच विवाद हो गया था। विवाद इतना बढ़ा कि प्रधान पति निरंजन ने अपने पुत्रों के साथ मिलकर नरेगा मजदूर रतिराम की पिटाई कर दी। रतिराम पर धारदार हथियार से भी हमला किया गया। घायल अवस्था में परिजन रतिराम को लेकर लखनऊ मेडिकल कॉलेज चले गए जहां 8 सितंबर को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

पुलिस समझौते का दबाव बना रही

नरेगा मजदूर रतिराम की मौत के बाद परिजनों का आरोप है कि उनका अभियोग कासिमपुर पुलिस द्वारा नहीं लिखा जा रहा है, साथ ही पुलिस समझौते का दबाव बना रही है। पुलिस द्वारा मृतक की जान की कीमत भी लगाई गई है।मामले की जानकारी लगते ही पुलिस अधीक्षक ने अभियोग पंजीकृत करने के निर्देश दिये और आवश्यक कार्रवाई को कहा। मृतक के परिजनों का आरोप है कि आए दिन प्रधान पति द्वारा नरेगा का पैसा उसके खातों में भेजा जाता था जो कि शराब अथवा कुछ पैसे का लालच देकर वापस प्रधान पति निकलवा लेता था लेकिन इस दौरान रतिराम ने नरेगा के रुपए में आधा हिस्सा मांग लिया जिससे प्रधानपति नाराज हो गए और अपने बेटों के साथ मिलकर रतिराम की पिटाई की।

 दो पक्षों में हुआ था विवाद

पीड़ित परिजनों का आरोप है कि पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने भी पुलिस द्वारा महिलाओं के साथ अभद्रता व बदसलूकी की गई है। अब देखने वाली बात यह होगी क्या इस प्रकरण में हरदोई पुलिस अधीक्षक कोई सख्त कार्यवाही करते हैं।सीओ का कहना है कि दो पक्षों में विवाद हुआ था जिसके बाद परिजन घायल रतिराम को लेकर इलाज के लिए लखनऊ चले गए थे। जहां उसकी मौत हो गई, वहीं प्रधान पक्ष की तहरीर पर कासिमपुर थाने में पहले अभियोग पंजीकृत हुआ था, वहीं पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर मृतक रतिराम के परिजनों की तहरीर के अनुसार अभियोग पंजीकृत किया जा रहा है। जांच कर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।

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